Gautam Adani: गौतम अडानी: अब रॉकेट बनेंगे अडानी ग्रुप के ये तीन शेयर, जानें कौन-कौन हैं लिस्ट में

Gautam Adani: Gautam Adani: Now these three shares of Adani Group will become rockets, know who are in the list
Gautam Adani: Gautam Adani: Now these three shares of Adani Group will become rockets, know who are in the list
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नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में एक महीने से भी अधिक समय तक गिरावट के बाद तेजी आई थी। इस कारण स्टॉक एक्सेंजेज ने ग्रुप के कुछ शेयरों को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस मैकेनिज्म फ्रेमवर्क (short term additional surveillance mechanism framework) में डाल दिया था। लेकिन अब इन शेयरों को इस फ्रेमवर्क से बाहर कर दिया गया है। यह व्यवस्था शुक्रवार से लागू होगी। इसमें अडानी ग्रुप की तीन कंपनियां अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), अडानी पावर (Adani Power) और अडानी विल्मर (Adani Wilmar) शामिल हैं। शेयरों में भारी उतारचढ़ाव को देखते हुए एक्सचेंज उन्हें शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म एडिशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क में डाल देते हैं। निवेशकों को स्पेकुलेटिव ट्रेडिंग से बचाने के लिए ऐसा किया जाता है। इन तीन शेयरों को एक हफ्ते पहले ही इस फ्रेमवर्क में डाला गया था।

इस फ्रेमवर्क से बाहर होने के बाद अब इन शेयरों में भारी तेजी आ सकती है। गुरुवार को अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 0.21 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ था। दूसरी ओर अडानी पावर में 1.68 फीसदी और अडानी विल्मर में 1.35 फीसदी की गिरावट आई। अडानी ग्रुप के दस लिस्टेड शेयरों में से छह आज तेजी के साथ बंद हुए जबकि चार में गिरावट आई। अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) का शेयर पांच फीसदी का अपर सर्किट छूने के साथ बंद हुआ। अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) में 4.84 फीसदी और अंबूजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) में 3.74 फीसदी की तेजी आई।

इन तीन शेयरों को राहत नहीं

अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी विल्मर और अडानी पावर को नौ मार्च को सर्विलांस में डाला गया था। तबसे अडानी एंटरप्राइजेज में छह फीसदी, अडानी विल्मर में 11 फीसदी और अडानी पावर में 1.5 फीसदी गिरावट आई है। हालांकि अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी टोटल गैस लॉन्ग टर्म एडिशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क में बने रहेंगे। अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप के बारे में एक निगेटिव रिपोर्ट जारी की थी। इसके बाद ग्रुप के शेयरों में एक महीने से अधिक समय तक गिरावट आई थी।

इस हफ्ते ग्रुप ने 2.15 अरब डॉलर के मार्जिन लिंक्ड शेयर बैक्ड कर्ज के फुल पेमेंट की घोषणा की। ग्रुप को 31 मार्च तक यह कर्ज चुकाना था। इसके अलावा प्रमोटर्स ने अंजूबा सीमेंट्स को खरीदने के लिए लिया गया 50 करोड़ डॉलर का कर्ज भी चुका दिया है। इससे पहले ग्रुप ने 7,374 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाकर अडानी पोर्ट्स, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी ग्रीन के गिरवी शेयर छुड़ाए थे। इससे ग्रुप को कर्ज के मोर्चे पर कुछ राहत मिली है। ग्रुप पर लगे आरोपों की मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) जांच कर रहा है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अडानी ग्रुप ने शेयरों के साथ छेड़छाड़ की थी। हालांकि ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया है।