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इस्लामाबाद: पााकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी पर कोहराम मचा हुआ है। लाहौर की सड़कों पर पीटीआई समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प भी हुई है। पुलिस का कहना है कि वो कोर्ट के गैर जमानती वारंट की तामील करवाने के लिए जमान पार्क स्थित इमरान खान के घर पहुंची है। इस बीच चर्चा है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के पीछे चीन का हाथ है। चीन ने ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से इमरान खान के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर चीन को इमरान खान से क्या परेशानी है। इमरान खान प्रधानमंत्री रहने के दौरान चीन के सबसे बड़े पिछलग्गू रहे हैं। उन्होंने तो चीन का समर्थन करने के चक्कर में अमेरिका से दुश्मनी तक मोल ले ली थी।
इमरान ने अमेरिकी सांसदों के साथ की थी गुप्त बैठक
पाकिस्तानी पत्रकार और अधिकार कार्यकर्ता गुल बुखारी ने एक लेख में इमरान खान की गिरफ्तारी के पीछे चीन और अमेरिका के कनेक्शन पर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने लिखा कि 1 मार्च को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चेयरमैन इमरान खान और एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के बीच एक बैठक हुई थी। इस बैठक में अमेरिका के डेमोक्रेटिक पार्टी के तीन से चार सांसद और कैलिफोर्निया विधानमंडल के अध्यक्ष शामिल थे। इस बैठक का उद्देश्य इमरान खान और अमेरिका के बीच बिगड़े रिश्ते को सुधारना था। इस बैठक के लिए पैरवी पाकिस्तानी-अमेरिकी डॉक्टर आसिफ महमूद ने मदद की थी, जो अगले चुनाव के लिए एक संभावित डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हैं।
बंद कमरे में बैठक का एजेंडा अज्ञात
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बैठक के बारे में तो जानकारी दी गई थी, लेकिन इसका एजेंडा और चर्चा के विषय पर कुछ नहीं बताया गया। एक दूसरी बैठक की भी सूचना मिली थी, जिसकी वीडियो फुटेज भी जारी की गई थी। हालांकि, यह नहीं बताया गया था कि इस बैठक के लिए इमरान खान के पैरवी की थी या अमेरिका की तरफ से इसे आयोजित किया गया था।
इमरान खान ने अमेरिका से मांगी थी माफी
गुल बुखारी ने दावा किया है कि इस बैठक में इमरान खान ने अमेरिकी सांसदों के सामने पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन को लेकर अमेरिकी साजिश के अपने दावों पर माफी मांगी। इमरान खान ने अप्रैल 2022 में आरोप लगाया था कि उन्हें सत्ता से हटाने के पीछे अमेरिका का हाथ था। उन्होंने रैलियों में कागज लहराकर सबूत होने का दावा किया, लेकिन शहबाज शरीफ सरकार की जांच में उनके दावे को खारिज कर दिया गया था। अमेरिका ने भी ऐसे किसी भी मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया था और उसे पाकिस्तान का आंतरिक मामला करार दिया था।
इमरान से इसलिए चिढ़ा हुआ है चीन
बैठक में इमरान खान ने कहा कि वह अमेरिका के साथ अपने संबंध सुधारना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब उन्हें पता चला है कि चीन ही पाकिस्तान का असली दुश्मन है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के लिए चीन जिम्मेदार है। चीन ने पाकिस्तान को चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) और कर्ज के जाल में फंसाया था। उन्होंने वादा किया कि अगर वह अगले आम चुनाव में सत्ता में आए तो वह चीनियों के खिलाफ कड़े कदम उठाएंगे। हालांकि गुल बुखारी के इस दावे की स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी है।