गुस्से से उबले गहलोत, कर दिया बडा अटैक, बोलेः राजनीति में जो होता है वो दिखता नहीं…और जो..

Gehlot boiled with anger, made a big attack, said: What happens in politics is not visible...and whatever happens..
Gehlot boiled with anger, made a big attack, said: What happens in politics is not visible...and whatever happens..
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जयपुर. राजस्थान में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने एक फिर कहा कि राजनिति में गुणा भाग होकर ‘राजनीति’ होती है. गहलोत ने कहा राजनीति (Politics) में जो होता है वो दिखता है नहीं है. जो दिखता है वो होता नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं कहीं भी रहूं प्रदेश से, जोधपुर से और महामंदिर से दूर नहीं हूं. सीएम गहलोत ने सोमवार को जयपुर में सीएमआर में इन्वेस्ट राजस्थान समिट-2022 को लेकर प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने राजनीतक संकट के परिप्रेक्ष्य में यह बात कही.

गहलोत ने बताया कि प्रदेश में 309 रीको औद्योगिक क्षेत्र बन चुके हैं. कुल 507 बनाएं जाएंगे. गहलोत ने कहा कि जहां जहां जो राज्य इन्वेस्ट समिट करते हैं वो 20 से 25 फीसदी तक होता है. हमारे यहां यह बहुत अधिक सफल होगा. इस इवेन्ट सभी एमओयू पूरे हो चुके हैं. राजस्थान के इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली माहौल है. जो भी इन्वेस्टर आएगा वह हमारे कानून को मानेगा.

गहलोत बोले हम सोशल सिक्योरिटी लेकर आये हैं
उन्होंने कहा कि मेरा नारा है कोई भूखा नहीं सोए. हम सोशल सिक्योरिटी लेकर आये हैं. पीएम नरेन्द्र मोदी से बार बार आग्रह कर रहे हैं कि ऐसी योजनाओं को पूरे मुल्क में लागू करें. गहलोत ने कहा कि जब सरकार चली जाती है तो बदले की भावना के कार्रवाई की जाती हैं. उन्होंने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने तो मंत्रियों को भी नहीं छोड़ा था. मेरे खिलाफ भी मामला हुआ. उसका पता नहीं कहां चला गया.

देशभर में छाया हुआ रहा था राजस्थान का राजनीतिक संकट
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट को लेकर अभी तक संशय के हालात बने हुए हैं. बीते 25 सितंबर को कांग्रेस की विधायक दल की बैठक को लेकर जयपुर में हुए हंगामे के बाद कांग्रेस में अंदरखाने चल रही उठापठक पूरी तरह से खुलकर सड़क पर सामने आ गई थी. इस घटना को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने काफी नाराज जताई बताई जा रही है. बाद में दिल्ली दौरे पर गए सीएम अशोक गहलोत ने इसके लिए सोनिया गांधी से माफी भी मांगी. यह घटनाक्रम पूरे देशभर में काफी सुर्खियों में रहा. अब एक बार फिर गहलोत ने इशारों ही इशारों में यह राजनीति के गुणा भाग की बात कहकर सीएम की कुर्सी के संशय को और बढ़ा दिया है.