मुजफ्फरनगर। जानसठ में हैवानियत की शिकार हुई 4 साल बच्ची की उपचार के दौरान मौत होने का मामला सामने आया है। 4 दिन पहले घर से लापता हुई मासूम बच्ची खून से लथपथ जंगल में मिली थी, जिसे उपचार के लिए मेरठ के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां 4 दिन तक मौत से जंग लड़ रही बच्ची ने बुधवार को दम तोड़ दिया है।
पुलिस ने मृतक बच्ची की मां की तहरीर पर दो आरोपियों के खिलाफ बलात्कार और पोक्सो एक्ट में कार्रवाई करते हुए हत्या का भी मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
जानसठ थाना क्षेत्र में 4 साल की बच्ची को रविवार सुबह आठ बजे घर से एक परिचित युवक अपने साथ ले गया था। रविवार शाम के समय पुलिस चौकी मीरापुर दलपत क्षेत्र के गांव के जंगल में पुलिस को बच्ची बेहोश और लावारिस अवस्था में सड़क किनारे पड़ी मिली थी। बच्ची गंभीर रूप से घायल थी। पुलिस ने बच्ची को ले जाने वाले युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने बच्ची को पहचान के तांत्रिक को सौंपने की बात बताई थी। पीडि़ता की मां ने तांत्रिक सोनी कश्यप और एक अन्य के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। बुधवार सुबह हैवानियत की शिकार हुई बच्ची की मेरठ के एक हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने दो आरोपी के खिलाफ गैंगरेप पोक्सो एक्ट हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
केंद्रीय मंत्री और मुज़फ्फरनगर के सांसद डॉक्टर संजीव बालियान ने भी पीड़ित परिवार से मिलकर दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि 3 वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना अत्यंत हृदय विदारक है। आज परिजनों से मिलकर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया तथा आरोपी के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही हेतु अधिकारियों को निर्देश दिया है ।