बुर्के पर मुस्लिम संगठनों पर भडक पडी छात्रायें, बोलीः कौन होते है जो हमें बतायेंगे…

Girl students got angry at Muslim organizations on burqa, said: Who are they to tell us...
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मुजफ्फरनगर। बुर्के का विरोध कर रहे संगठनों को जवाब देने के लिए श्रीराम कॉलेज की छात्राएं लामबंद नजर आईं। जमीयत के बयान के बाद छात्रा सना राजपूत ने शेर … खूबसूरती है मेरे वतन की रंग-बिरंगी रिवाजों में, चाहे कोई तंग कपड़े पहने या कोई रहे हिजाबों में… सुनाया। आगे कहा कि मुस्लिम लड़की घर से बाहर निकलती हैं तो उन पर दस तरह की रोक लगती है। हमारे खुदा को पता है कि हम कितना पर्दे में रहते हैं और कितना नहीं। शिक्षण संस्थान में कोई धर्म ऊपर या नीचे नहीं होता।

मंगलवार को कॉलेज में छात्रा सना राजपूत ने कहा कि आज के समय में किसी को रोजगार नहीं मिल रहा है। छात्राओं के पास बेहतर से बेहतर डिजाइन दिखाने का मौका था, जिसके बाद डिजाइनर का विश्वास बढ़ा और उन्हें अवसर भी मिलेंगे। हम पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसा मौका नहीं गंवा सकते। मौलानाओं की बात पर्दे को लेकर सही है, लेकिन छात्राओं के पास यह बड़ा अवसर था।

छात्रा बुशरा खान का कहना है कि हमें एक मौका मिला है, हमने बुर्के के विषय में दिखाया कि किस तरह पहन सकते हैं। पश्चिमी देशों में जाकर विरोध करें। बुर्का महिलाओं ने पहना था, किसी ने गलत तरीके से नहीं पहना। फैशन शो में डिजाइन दिखाए ही जाते हैं। उद्देश्य सिर्फ यह था कि कैसे-कैसे डिजाइन पहन सकते हैं। हमें डिजाइन दिखाने थे, वही दिखाए गए।

छात्राओं ने कहा कि हमारा किसी ने ब्रेन वॉश नहीं किया, हम कोई छोटे बच्चे नहीं है। अगर ऐसा होता तो हम कहीं दूसरी जगह पढ़ रहे होते। फिर कभी अच्छा अवसर मिला तो अपनी शिक्षा का प्रदर्शन दोबारा किया जाएगा। जान बूझकर यह मुद्दा बनाया गया। मुस्लिम देशों में बुर्के को लेकर शो होते हैं।

महामंडलेश्वर संजीव शंकर महाराज ने कहा कि सिर्फ बुर्के का ही विरोध क्यों, इस पूरे कार्यक्रम का विरोध होना चाहिए। यह कार्यक्रम हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है। संस्कृति की आड़ में शिक्षण संस्था बच्चों के साथ धोखा कर रही है। हिंदू नेता फिलहाल मलाई चाटने में व्यस्त हैं। वह इस मामले में जमीयत का समर्थन करते हैं।

क्या था मामला
श्रीराम कॉलेज के फैशन स्प्लैश में 13 छात्राओं ने बुर्का पहनकर रैंप पर कैटवॉक किया था। डिजाइनर सालिया के डिजाइन किए गए बुर्के पहनकर छात्राओं ने कैटवॉक किया था। अभिनेत्री मंदाकिनी भी कार्यक्रम में शामिल हुई थीं। जमीयत उलमा ने बुर्के का रैंप पर प्रदर्शन करने पर नाराजगी जताई थी। यही नहीं भविष्य में इस तरह के आयोजन पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी।