- Tina Dabi ने तुड़वाया Spa Center का दरवाजा, अंदर का नजारा देख दंग रह गए अधिकारी - October 9, 2024
- कांग्रेस की धुलाई होते ही सपा ने जारी की उपचुनाव के उम्मीदवारों की लिस्ट-यहां देंखे - October 9, 2024
- हरियाणा चुनाव नतीजों ने झारखंड-यूपी और महाराष्ट्र में खत्म कर दी कांग्रेस की सौदेबाजी की ताकत - October 9, 2024
नई दिल्ली: वो 31 अगस्त 2024 का दिन था। पुलिस को खबर मिली कि अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन में एक यात्री का बैग चोरी हुआ है। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की गई। सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए और एक फुटेज में चोर नजर आ गया। बैग चोरी करने वाला युवक इसी ट्रेन का एक यात्री था। अब पुलिस ने फुटेज के जरिए ट्रेन में उसकी सीट तलाशी और रिजर्वेशन चार्ट से पता चला कि ये सीट हर्षित चौधरी के नाम से बुक है। बैग चोरी करने के बाद हर्षित फरार हो चुका था। पुलिस ने रिजर्वेशन चार्ट से ही उसका नंबर निकाला और फोन को सर्विलांस पर लगा दिया। नंबर की लोकेशन देश की राजधानी दिल्ली में मिली।
तुरंत अहमदाबाद पुलिस की एक टीम दिल्ली के लिए रवाना की गई। लोकेश के आधार पर हर्षित चौधरी को तलाशा गया, तो वो एक बार में शराब पीता हुआ मिला। पुलिस ने जब उससे बैग चोरी के बारे में पूछताछ की, तो उसने बताया कि वो भारतीय सेना में मेजर है। उसने पुलिसकर्मियों पर रौब झाड़ने की भी कोशिश की। पुलिस को शक हुआ और भारतीय सेना से उसके बारे में जानकारी मांगी गई। जवाब मिला कि भारतीय सेना की संबंधित यूनिट में हर्षित चौधरी नाम का कोई मेजर नहीं है। पुलिस ने तुरंत उसे गिरफ्तार किया और अहमदाबाद ले आई।
हर्षित चौधरी निकला अलीगढ़ का शहबाज
अहमदाबाद लाकर जब हर्षित चौधरी से पूछताछ हुई तो एक ऐसी कहानी निकलकर सामने आई, जिसने पुलिस के अफसरों के भी होश उड़ा दिए। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस हर्षित चौधरी को बैग चोरी के आरोप में पकड़ा गया, उसका असली नाम मोहम्मद शहबाज निकला। शहबाज ने फर्जी तरीके से हर्षित चौधरी नाम का सेना का आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और दूसरे दस्तावेज बना रखे थे। पूछताछ में ये भी पता चला कि शहबाज उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले का रहने वाला है और वो अपनी पहचान छिपाकर हिंदू लड़कियों को अपना शिकार बनाता था। अहमदाबाद पुलिस ने उससे अलीगढ़ लाकर भी पूछताछ की।
मोबाइल में मिले 24 लड़कियों के फोटो
उसके मोबाइल की जांच हुई तो पुलिस को चौंकाने वाली सच्चाई का पता चला। इसमें 24 अलग-अलग महिलाओं की तस्वीरें और वीडियो थे। शहबाज ने कबूल किया कि वह खुद को सेना का अधिकारी बताकर और शादी का झांसा देकर हिंदू लड़कियों को फंसाता था। वह उनके साथ शारीरिक संबंध बनाता और फिर उनसे पैसे ऐंठता। पिछले तीन महीनों के भीतर ही शहबाज 24 लड़कियों को हर्षित चौधरी बनकर अपने जाल में फंसा चुका है। लड़कियों को फंसाने के लिए वो नकली आधार कार्ड और सेना के आईडी कार्ड का इस्तेमाल करता था।
2015 में हुआ भर्ती, 2024 में सेना से बर्खास्त
शहबाज ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वो खास तौर पर नौकरीपेशा लड़कियों को अपना निशाना बनाता था। सोशल मीडिया और मैट्रिमोनियल वेबसाइटों के जरिए वो अपने शिकार तलाशता था। 31 अगस्त को भी वो वंदे भारत ट्रेन से अहमदाबाद में एक लड़की के परिवार से मिलने गया था। हालांकि, यहां एक सीट पर रखा बैग देखकर उसकी नीयत बदल गई और उसने इसे चोरी कर लिया। पुलिस तफ्तीश में ये भी पता चला कि शहबाज 2015 में सेना की 8 राजरिफ दिल्ली यूनिट में भर्ती हुआ था। हालांकि, जम्मू-कश्मीर और बाद में उत्तरी सिलीगुड़ी में अपनी पोस्टिंग के दौरान अनुशासनहीनता की वजह से उसे जून 2024 में सेना से बर्खास्त कर दिया गया। यही वजह थी कि वो सेना के अधिकारी की तरह बातें करने में एक्सपर्ट था।
पहले से शादीशुदा है शहबाज
शहबाज पर पुलिस का शिकंजा कसा तो कुछ और खुलासे भी होने लगे। और इसी दौरान, झारखंड की एक महिला ने पुलिस से संपर्क किया। उसने बताया कि शहबाज उसके साथ शादी कर चुका है। महिला ने बताया कि एक मैट्रिमोनियल साइट के जरिए उसकी मुलाकात शहबाज से हुई थी, लेकिन उसने अपना नाम हर्षित चौधरी बताया था। पहचान के तौर पर उसने महिला को अपना आर्मी आईडी कार्ड और आधार कार्ड भी भेजे। इसके बाद मार्च 2023 में उसने अलीगढ़ के एक मंदिरा में उस महिला के साथ शादी कर ली। हालांकि, शादी के बाद उसका बर्ताव बदल गया और महिला के साथ मारपीट करने लगा। पुलिस ने जब जांच की पता चला कि शहबाज पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं।