आधी रात गोलियों की आवाज से दहला हरियाणा , कांग्रेस नेता के बेटे की मौके पर मौत

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यमुनानगर: यमुनानगर में एक निजी पैलेस के बाहर दलित कांग्रेस नेता राजेंद्र बाल्मीकि के बेटे जानू की एक दर्जन हमलावरों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी, जबकि उनके तीन अन्य साथियों को भी गोलियां लगी. घटना उस समय हुई जब शुक्रवार रात करीब 2 बजे जानू व उसके साथी एक शादी समारोह से खाना खाकर बाहर निकले ही थे.

इसी दौरान एक कार पर सवार होकर आए करीब एक दर्जन हमलावरों ने नजदीक से फायरिंग शुरू कर दी. इस फायरिंग में जानू के सिर में गोलियां मारी गई, जिससे वह वहीं गिर गया. इसी दौरान जानू के तीन अन्य साथियों रजत, अनमोल व एक अन्य को भी गोलियां लगी, जिन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया. सूचना मिलते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची.

मौके से 10 खोल भी बरामद हुए हैं जबकि एक मैगजीन मिला है. जानू पर 30 दिसंबर, 2021 को भी दो बाइक सवार युवकों ने गोलियां चलाई थी. उस दौरान यह घटना दशमेश कॉलोनी में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई थी जिसमें हमलावर भागते हुए नजर आए थे. इसके बाद परिजनों ने आरोपियों के नाम भी पुलिस को दिए थे. लेकिन, पुलिस ने उस संबंध में कोई गिरफ्तारी नहीं की.

25 अप्रैल, 2020 को राजेंद्र बाल्मीकि के बड़े बेटे रमण बाल्मीकि की जिला जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. रमन ने 3 दिन पहले ही एक मामले में थाना में आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद उसने न्यायालय के माध्यम से जिला जेल में भेज दिया गया था. राजेंद्र बाल्मीकि ने इसको लेकर जेल पुलिस प्रशासन पर अपराधियों से मिलीभगत के भी आरोप लगाए थे.

पुलिस के मुताबिक राजेंद्र वाल्मीकि के बेटों के साथ 3 साल पहले सुदल निवासी सचिन के साथ विवाद हुआ था. इस विवाद में दोनों तरफ से कई युवक घायल हुए थे. दोनों ओर से मुकदमे दर्ज हुए. राजेंद्र वाल्मीकि के बेटा रमन वाल्मीकि भी जेल चला गया और वहां पर उसकी मौत हो गई थी। तब भी राजेंद्र वाल्मीकि के परिवार ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे इस मामले को एससी आयोग तक ले गए थे.