सीएम खट्टर को पाकिस्तानी कहकर बुरे फंसे किसान नेता चढूनी, देशद्रोह का मुकदमा…

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चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पाकिस्तानी कहकर बुरे फंसे भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। चढूनी के खिलाफ प्रदेश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और उनके पुतले फूंके जा रहे हैं। पंजाबी समुदाय के लोगों तथा जनप्रतिनिधियों ने उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है। हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के चेयरमैन व पृथला के निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत ने कहा कि चढूनी न केवल देशद्रोही हैं, बल्कि मेहनकश लोगों का अपमान कर उन्होंने अपनी घटिया मानसिकता को उजागर कर दिया है।

नयनपाल रावत ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि गुरनाम सिंह चढूनी, राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव सरीखे लोगों ने पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा कर रखा है। ये लोग अपने राजनीतिक दुर्भावनापूर्ण आंदोलन के जरिये साबित करना चाह रहे कि उनसे बड़ा किसानों का कोई हितैषी नहीं है, जबकि कौन-सा ऐसा जनप्रतिनिधि होगा, जो किसानों के हितों की परवाह नहीं करेगा। केंद्र व राज्य सरकार किसानों की सबसे बड़ी हितैषी है। राज्य के करीब 42 लाख किसानों को 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक की सहायता व अनुदान राशि प्रदान की जा चुकी है।

रावत ने कहा कि यदि यह तीन कृषि कानून किसानों के हित में नहीं होते तो क्या प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल इन कानूनों को लेकर आते। मतलब साफ है कि आंदोलनकारी कांग्रेस के हाथों में खेल रहे हैं। गुरनाम सिंह चढूनी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पंजाबी कहकर पाकिस्तान से आए लाखों लोगों की भावनाओं पर हमला किया है।

उन्‍होंने कहा कि इन लोगों ने यहां आकर मेहनत की और अपने कामों के बूते नई पहचान बनाई। अब चढूनी से कोई पूछे कि क्या मेहनत करके खाना भी कोई अपराध है। चढूनी ने उस मेहनतकश मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विरुद्ध अपमानजनक शब्द बोले हैं, जो भ्रष्टाचार रहित व्यवस्था बनाकर पूरे प्रदेश को उन्नति के रास्ते पर लेकर जा रहे हैं। उन्होंने चढूनी के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने के लिए जल्द ही सीएम से मुलाकात करने की बात कही है।

रोहतक के कलानौर में करीब एक करोड़ 62 लाख रुपये से ज्यादा की सरसों के गबन के मामले में विभागीय कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं। चेयरमैन नयनपाल रातव ने बताया कि एक जिला प्रबंधक और दो मैनेजरों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड किया जा चुका है। पुलिस को शिकायत देकर मामला दर्ज हो चुका है तथा साथ ही विभागीय जांच भी शुरू करा दी गई है। जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में विजिलेंस इंक्वायरी के साथ-साथ आरोपितों को सलाखों के पीछे भेजने का भी काम किया जाएगा।