हरियाणा कांग्रेस की कलह पहुंची दिल्ली, कुमारी सैलजा के खिलाफ 23 विधायक लामबंद

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नई दिल्ली. पंजाब और राजस्थान कांग्रेस में मची कलह अभी खत्म भी नहीं हुई है कि अब हरियाणा में पार्टी में नए सिरे से घमासान मच गया है. हरियाणा के कांग्रेसी विधायकों के एक गुट ने कुमारी सैलजा को हटाकर दीपेंद्र सिंह हुड्डा या भूपिंदर हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए लामबंदी शुरू कर दी है. हुड्डा गुट के विधायकों ने सोमवार को इस बाबत संगठन महासचिव वेणुगोपाल से दिल्ली (Delhi) में मुलाकात की. इसके पहले हरियाणा कांग्रेस के 23 विधायकों ने हुड्डा के घर जुटकर शक्ति प्रदर्शन किया.

हरियाणा कांग्रेस में कलह अब खुलकर सामने आ गई है. हुड्डा गुट के विधायक दिल्ली दरबार पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा को हटाकर हुड्डा परिवार को सूबे में पार्टी की कमान देने की मांग कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक भूपेंद्र हुड्डा समर्थक विधायकों ने पिछले दिनों पार्टी के प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल से मुलाकात कर दीपेंद्र हुड्डा या पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी देने की मांग की थी. सोमवार को कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी वेणुगोपाल के साथ भी हुड्डा समर्थक गुट के विधायकों ने मुलाकात कर एक बार फिर यह मांग दोहराई. दरअसल यह विधायक दिल्ली में मेल-मुलाकातों के जरिए यह संदेश देना चाहते हैं कि हरियाणा में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता भूपिंदर हुड्डा ही हैं और उनको नजरअंदाज कर के पार्टी नहीं चल सकती.

हुड्डा परिवार के पक्ष में कांग्रेस के 23 विधायकों की गोलबंदी
वेणुगोपाल से मिलकर निकलने वाले विधायक बी.बी बत्रा ने साफ कहा कि सूबे के सबसे बड़े नेता भूपिंदर हुड्डा ही हैं, और उनको साथ लेकर ही नेतृत्व को चलना चाहिए. वहीं, दीपेंद्र को अध्यक्ष बनाने की कुछ विधायकों की मांग पर पार्टी के एक अन्य विधायक कुलदीप वत्स ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा में हर भूमिका निभाने की क्षमता है और वो बहुत ऊर्जावान नेता हैं. कुलदीप कहते हैं कि फैसला तो पार्टी हाइकमान करेगा लेकिन हुड्डा परिवार को दरकिनार कर कांग्रेस नहीं चल सकती.

दरअसल हरियाणा की राजनीति में भूपिंदर हुड्डा का कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा से छत्तीस का आंकड़ा है. राज्य में संगठन में प्रदेश और जिले स्तर पर बदलाव होना है. हुड्डा परिवार अध्यक्ष पद अपने पास रखकर संगठन में दबदबा कायम रखना चाहता है इसीलिए ताजा लामबंदी शुरू हुई है. सूबे में कांग्रेस के 30 विधायकों में से ज्यादातर हुड्डा के साथ हैं. मतलब हुड्डा यह संदेश देना चाहते हैं कि हरियाणा के सिकंदर वही हैं और उनके बिना पार्टी नहीं चल सकती. यह बात वेणुगोपाल से मिलने वाले कांग्रेसी विधायक खुलकर बोल भी रहे हैं. यह विधायक आने वाले दिनों में राहुल गांधी और सोनिया गांधी से भी मिलने वाले हैं.