किसान महापंचायत के बीच किसानों पर जमकर लाठीचार्ज, कई घायल, 150 हिरासत में

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चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) की ओर से करनाल में हरियाणा सरकार और मोगा में पंजाब सरकार की ओर से किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में शनिवार को पार्टी के प्रमुख नेता पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान विधायक परमिंदर सिंह ढींढसा के नेतृत्व में पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के आवास का घेराव किया गया। इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री आवासों तक पहुंचने से रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और फिर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में परमिंदर ढींढसा सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए। पुलिस ने ढींढसा समेत 150 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। पानी की बौछार और लाठीचार्ज के बीच ढींढसा समेत कई कार्यकर्ताओं की पगड़ियां भी उतर गईं। घायल कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पार्टी कार्यकर्ता जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सेक्टर-3 स्थित हरियाणा के मुख्यमंत्री आवास की तरफ बढ़े तो चंडीगढ़ पुलिस ने बैरिकेड लगाकर कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया, लेकिन कार्यकर्ताओं के बैरिकेड तोड़ने पर पुलिस ने पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, जिसमें ढींढसा समेत कई कार्यकर्ताओं की पगड़ियां उतर गईं और पानी की तेज बौछार से कई कार्यकर्ताओं को चोटें भी आईं। इसके बावजूद जब प्रदर्शनकारी नहीं रुके तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ने की कोशिश की और बाद में उन्हें हिरासत में लेकर सेक्टर-3 थाने ले जाया गया। इससे पहले विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी प्रधान सुखदेव सिंह ढींढसा ने उनकी हौसलाअफजाई की। इस विरोध प्रदर्शन में पार्टी के प्रमुख नेता सुखविंदर सिंह औलख, मिठू सिंह काहनेके, मनजीत सिंह बप्पीआना, जत्थेदार गुरबचन सिंह बची, हरदेव सिंह रोगला, मलकीत सिंह चंगाल, जत्थेदार रामपाल सिंह बहिनीवाल, जैपाल सिंह मंडियां, सुखवंत सिंह सराओ, युवा नेता मनप्रीत सिंह तलवंडी, अमन बीर सिंह चैरी, सुखवंत सिंह टिलू, रणधीर सिंह रखड़ा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।

किसानों के समर्थन में ऐसे प्रदर्शन जारी रहेंगे : ढींढसा
पत्रकारों से बातचीत करते परमिंदर सिंह ढींढसा ने कहा कि जिस तरह किसानों पर करनाल और मोगा में अत्याचार किया गया है, वैसा ही सलूक आज चंडीगढ़ में पार्टी वर्करों के साथ किया गया है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) किसानों के हक में हमेशा आवाज बुलंद करता रहेगा। उन्होंने कहा कि करनाल और मोगा में किसानों के साथ जो कुछ हुआ, अगर अपनी ही चुनी हुई सरकारें ऐसी धक्केशाही करेंगी तो अनुमान लगाया जा सकता है कि लोकतंत्र का क्या होगा। उन्होंने कहा कि अन्नदाता पर किए जा रहे अत्याचार की कीमत केंद्र, हरियाणा और पंजाब सरकार को चुकानी होगी। ढींढसा ने कहा कि वह शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने आए थे, लेकिन सरकारों को यह भी बर्दाश्त नहीं हुआ। उन्होंने आगे कहा कि यह किसानों की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि किसानों के समर्थन में ऐसे प्रदर्शन जारी रहेंगे और सरकारों की धक्केशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सेक्टर-3 में पुलिस ने की थी कड़ी व्यवस्था
पुलिस ने सेक्टर-3 में बैरिकेडिंग लगाकर सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखा था। इस दौरान लगभग 250 पुलिसकर्मी मौके पर तैनात थे। मुख्यमंत्री आवास की ओर आने वाले रास्तों पर कड़ी सुरक्षा थी। दोपहर 12 बजे किसान समर्थक नारे लगाते हुए बैरिकेडिंग के ऊपर चढ़ने लगे। जब परमिंदर सिंह ढींढसा बैरिकेडिंग पर चढ़े तो अन्य नेता भी आगे आ गए। इस पर पुलिस ने पानी की बौछार शुरू कर दी।