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करनाल। एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों से होते हुए पूरे क्षेत्र को एक साथ प्रभावित कर रहा है। टर्फ की स्थिति के आधार पर राजधानी के लिए हवा का पैटर्न अलग-अलग होगा। 19 मई पश्चिमी विक्षोभ के हिमालय पहुंचने की संभावना है। लेकिन इसका असर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व एनसीआर में देखने को नहीं मिलेगा।
मौसम विभाग ने 19 च 20 मई को तापमान में वृद्धि की संभावना जताई है। इन दो दिनों में पारा 44.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने या पार करने की संभावना है। चिलचिलाती धूप के बाद 21 से 24 मई 2022 के बीच गरज के साथ धूल भरी आंधी, बौछारें पड़ने की संभावना है। इस अवधि के लिए गर्मी और आर्द्रता ट्रिगर होगी और इस अवधि के दौरान अधिकतम तापमान एक बार फिर सामान्य 40 डिग्री सेल्सियस के करीब गिर जाएगा। पंजाब और उत्तरी राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल पर बनी हुई है। यह टर्फ रेखा 21 से 24 मई के बीच हरियाणा व दिल्ली के करीब आ रही है।
देशभर में यह बना हुआ है मौसमी सिस्टम
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान बंगाल की दक्षिण खाड़ी के कुछ हिस्सों, पूरे अंडमान सागर, अंडमान द्वीप समूह और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अब अनुकूल हैं। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है, जो समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक पूर्व पश्चिम टर्फ रेखा उत्तर पश्चिमी राजस्थान से पश्चिम असम तक दक्षिण उत्तर प्रदेश, दक्षिण बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल तेरे होते हुए गुजर रही है। एक और टर्फ रेखा विदर्भ से कर्नाटक होते हुए उत्तरी केरल तक जा रही है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 19 मई को पश्चिमी हिमालय के पास पहुंचेगा।