Health Tips: कई बार हम काम करते हुए अपने काम में मन लगाने के लिए कोई ऐसी एक्टिविटी करते हैं जिससे हमारा ध्यान उस काम में केंद्रित रहे. वहीं कुछ लोग अपना मन लगाने के लिए पैर हिलाते हैं.बैठे-बैठे पैरों को हिलाना या फिर सोते समय ऐसा करना वैसे तो एक आम आदत हो सकती है लेकिन यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है.चलिए हम यहां आपको बताएंगे के कुर्सी पर बैठेकर पैर हिलाने के पीछे क्या वजह हो सकती है? और इस आदत को दूर करने के क्या तरीके हैं?
बैठे-बैठे पैर हिलाना चिंता का संकेत
वैसे तो पैर हिलाने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन इसका एक कारण रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम हो सकता है ये किसी को भी हो सकता है. यह एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जो नर्वस सिस्टम से जुड़ी होती है. यह समस्या महिलाओं और पुरुषों दोनों में होती है.इसलिए पैर हिलाने की आदत को हल्के में लेने की जरूरत नहीं है.
क्या है रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम
पैर हिलाना एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को बैठने और सोने में अचानक से दर्द होने लगता है और जब हम पैरों को मूव करते हैं तो इस दर्द में कमी होने लगती है. जब यह दर्द की स्थिति बार-बार होती है तो इसे रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम कहा जाता है. यह समस्या आयरन की कमी के कारण भी हो सकती है.इसलिए अगर आप भी बार-बार पैर हिलाते हैं तो आप इसे नजरअंदाज न करें.
जनेटिक भी हो सकते हैं इसके कारण
वैसे तो इस सिंड्रोम का सही कारण बता पाना मुश्किल है लेकिन कई बार ये जेनेटिक भी हो सकता है. कई बार घर में माता या पिता को ये समस्या होती है जो बच्चों में होने की संभावना होने लगती है.ऐसा होने पर आप इस आदत को छोड़ने की कोशिश करें.
कैसे हो सकता है इलाज?
पैर हिलाने की आदत को ठीक करने के लिए फिजियोथेरेपी ट्रीटमेंट लिया जा सकता है. इसके अलावा मसल्स की स्टेचिंग करके भी इस सिंड्रोम को ठीक किया जा सकता है.