कोरोना से ठीक होने के बाद भी लोगों को रहती है कमजोरी

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कोविड का शिकार होने वाले ज्यादातर लोग ठीक होने के बाद भी कई तरह की तकलीफों की बात कर रहे हैं। उन्हें कमजोरी बहुत ज्यादा हो रही है। कोविड में लंग्स प्रभावित होते हैं।

सांस के जरिए आने वाली ऑक्सिजन को खून में मिलाकर खून के जरिए उसे शरीर के सभी अंगों तक पहुंचाने की क्षमता कमजोर पड़ जाती है। कोरोना वायरस के प्रभाव में चूंकि लंग्स अपनी पूरी क्षमता से काम करना बंद कर देते हैं, इसलिए न हम लंबी, गहरी सांस ले पाते हैं और न लंग्स हमारे शरीर को ठीक से ऑक्सिजन मिला खून ही दे पाते हैं। इसी के चलते हमें कमजोरी महसूस होती है और जल्दी थकान लगती है। कोरोना नेगेटिव आने के बाद पहले वाली शारीरिक अवस्था पाने में दो-तीन महीने भी लग रहे हैं। कुछ उपाय हैं, जिनसे शरीर को फायदा हो सकता है: