एमएलसी चुनाव में पलड़ा सत्ता का भारी, विपक्ष की तैयारी की परीक्षा… दो सीटों पर मतदान आज

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए मतदान सोमवार को सुबह नौ बजे से विधानभवन के तिलक हॉल में होगा। नतीजे भी शाम तक आ जाएंगे। भाजपा और सपा के बीच सीधी लड़ाई है। संख्या के गणित में भाजपा सपा से काफी आगे है, जबकि सपा वोटरों की ‘अंतरात्मा’ के भरोसे अपनी उम्मीद संजोए है। चुनाव के नतीजों से परिषद के समीकरणों पर तो कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन लड़ाई से बाहर के खिलाड़ियों का रुख में भविष्य की संभावनाएं जरूर तलाशी जाएंगी।

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भाजपा ने मानवेंद्र सिंह और पद्मसेन चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। सपा के टिकट पर उनसे रामकरन निर्मल और रामजतन राजभर मुकाबिल हैं। सामान्य बहुमत की लड़ाई में भाजपा को किसी और का साथ लेने की जरूरत नहीं है। जबकि सपा को अगर समूचे विपक्ष का भी साथ मिलता है तो भी भाजपा में तगड़ी सेंधमारी के बिना उनके लिए कोई उम्मीद नहीं है और बड़ी सेंधमारी की संभावना न के बराबर है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार की सुबह सपा विधायकों की पार्टी कार्यालय पर बैठक बुलाई है। इसके बाद विधायक मतदान के लिए निकलेंगे।

सत्ता को और मिलेगा साथ?

भाजपा गठबंधन के पास 274 विधायक हैं। जीत की संख्या से करीब 72 अधिक। बावजूद इसके उसे कुछ और साथ मिलने की उम्मीद है। रघुराज प्रताप सिंह उर्फ ‘राजा भइया’ की पार्टी के दो विधायक हैं। सपा के पाले में जाने की संभावना न के बराबर हैं। विधायक विनोद सरोज का कहना है कि पार्टी मतदान में हिस्सा लेगी। सूत्रों के अनुसार जनसत्ता दल के दोनों वोट भाजपा के पाले में जाना तय है।

कांग्रेस-बसपा की भी राह तय नहीं

विधानसभा में कांग्रेस के दो और बसपा के एक सदस्य हैं। तीन वोटों से नतीजों पर तो असर नहीं पड़ेगा लेकिन दोनों दलों का फैसला विपक्षी एकता के पक्ष या विपक्ष के लिए दलीलें जरूर तैयार करेगा। हालांकि, अब तक सपा या बसपा किसी ने भी अपना स्टैंड तय नहीं किया है।

राजभर बोले, किसी ने पूछा ही नहीं

संख्या बल के मामले में सपा-बसपा से भी आगे सुभासपा के मुखिया ओम प्रकाश राजभर का कहना है कि पार्टी के विधायक सोमवार को मतदान में हिस्सा लेंगे। किसके साथ जाएंगे, इसका फैसला भी मतदान के कुछ देर पहले करेंगे। उनका कहना है, ‘न हमसे भाजपा ने वोट मांगा है और न ही सपा ने। सपा उम्मीदवारों की मेरे नाम सोशल मीडिया पर चिट्ठी जरूर चल रही है लेकिन मुझ तक पहुंची नहीं।

राजभर ने कहा कि सपा आज अति पिछड़ा-दलित की बात कर रही है लेकिन उनका यह प्रेम तब नहीं जगा था जब द्रौपदी मुर्मु राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार थीं। ‘ सुभासपा के 6 विधायक हैं। इसमें एक विधायक अब्बास अंसारी जेल में हैं। बाकी पांच विधायक मतदान करेंगे।

‘परसेप्शन’ के लिहाज से भी अहम

जीत-हार से अधिक नतीजे चुनावी तैयारियों व रणनीतिक धारणा को भी बनाने-बिगड़ाने में अहम होंगे। अगर सपा गठबंधन वोटों की सेंधमारी में सफल रहा तो इसका फायदा उसे आगे भी मिलेगा। वहीं, भाजपा विपक्ष के वोटों को अपने पाले में कर संख्या और बढ़ाने में सफल रही तो 2024 के चुनाव के पहले विपक्ष के मनोबल के लिए इसे बड़े झटके के तौर पर देखा जाएगा।

विधानसभा में किसकी कितनी ताकत

भाजपा गठबंधन
भाजपा : 255
अपना दल (एस) : 13
निषाद पार्टी : 06

सपा गठबंधन :
सपा : 109
रालोद : 09

इनको तय करना है पाला
सुभासपा : 06
कांग्रेस : 02
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक : 02
बसपा : 01