कांग्रेस ने हिमाचल में पांच लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया है। इसके लिए सरकारी विभागों में खाली पड़े पदों को भरने के साथ ही निजी क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने हिमाचल प्रदेश को बेरोजगारी दर में देश में पहले 5 राज्यों में शामिल कर दिया है। युवाओं और रोजगार के संदर्भ में सोमवार को हमीरपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में बड़सर विधायक एवं प्रदेश कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंद्रदत्त लखनपाल ने यह बात कही। लखनपाल ने पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने, प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा के लिए 10 करोड़ का स्टार्टअप फंड, 300 यूनिट फ्री बिजली और किसान-बागवान खुद अपने उत्पान का मूल्या निर्धारण समेत सभी दस गारंटियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य की सभी 68 में विधानसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक के लिए 10 करोड़ का स्टार्टअप फंड स्थापित होगा।
इससे सभी विधानसभा में स्टार्ट-अप शुरू करने में युवाओं को मदद मिलेगी। स्टार्टअप फंड का उद्देश्य युवाओं को ब्याज मुक्त और गांरटी रहित लोन उपलब्ध करवाना है। इससे युवा स्टार्टअप स्थापित कर सकेंगे, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार न देकर उनको लगातार मुद्दों से भटकाने का काम अब ज्यादा वक्त नहीं चलने वाला है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में जानकारी दी थी कि प्रदेश में 70 हजार से अधिक पद खाली चल रहे हैं। जिन्हें क्रमवार भरना चाहिए था। लेकिन सरकार इन पदों को भरने में विफल रही। युवाओं के लिए कौशल विकास केंद्र और प्रत्येक विस क्षेत्र में छात्रावास की घोषणा की थी, जोकि पूरी नहीं हो पाई।
अमृत महोत्व के नाम पर करोड़ों रुपये सरकारी खजाने से खर्च कर सरकारी कर्मचारियों की भीड़ जुटाई जा रही है। लखनपाल ने पूछा कि अगर यह सरकारी कार्यक्रम हैं तो कार्यक्रम में भाजपा के झंडे और उनके कार्यकर्ता क्या कर रहे हैं। लखनपाल ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस विधायकों को तो इन कार्यक्रमों में निमंत्रण तक नहीं दिया जा रहा। फिर यह कैसे आजादी और हिमाचल स्थापना के महोत्सव हैं। इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र जार, युवा कांग्रेस से मीडिया चेयरमैन डॉ. चंदन राणा, पूर्व सीपीएस अनीता वर्मा, पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया, जगजीत ठाकुर, अजय शर्मा और मनोज शर्मा आदि नेता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।