बड़ा खुलासा: हिमाचल पुलिस पेपर भर्ती लीक मामला: करोड़ों में बिके प्रश्न पत्र, कईयों को रटाए गए पेपर…

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शिमला: हिमाचल प्रदेश में पुलिस पेपर भर्ती लीक मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. पुख्ता सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रश्न पत्र करोड़ों में बिके हैं. जिन अभ्यर्थियों को ये बेचे गए हैं उनमें से कई लोगों को प्रश्न पत्र दिखाया गया है और रटाया भी गया है. इस बात की अब तक जानकारी नहीं मिल पाई है कि पैसा कहां और किस तरह से दिया गया है, अनुमान यही है कि अधिकतर लेन-देन कैश में ही हुआ है. पुख्ता सूत्र ये भी बता रहे हैं कि इस पूरे खेल का मास्टर माइंड हिमाचल से बाहर बैठा है, संभावना जताई जा रही है कि ये पड़ोसी राज्य हरियाणा में हो सकता है. सूत्र ये भी बता रहे हैं कि सैकड़ों अभियर्थियों के पास लिखित परीक्षा के कुछ दिन पहले ही प्रश्न पत्र पहुंचे गए थे. विभिन्न जिलों में सैकड़ों अभ्यर्थियों के पास ये पेपर पहुंच गए थे.

पुलिस विभाग में भर्ती हो रही है और पुलिस विभाग ही इस मामले की जांच कर रहा है, ऐसे में सवाल उठना लाजमी है. अब सूत्र ये बता रहे हैं कि राज्य सरकार इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने पर विचार कर रही है. सरकार केंद्र से सीबीआई जांच की सिफारिश कर सकती है. इस मामले पर आला अधिकारियों की सीएम के साथ गहन चर्चा हुई है. बुधवार को भी पुलिस मुख्यालय में इस मामले पर चर्चा हुई है.

इस बाबत मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का कहना है कि मामले की जांच जारी है, अभी और डिटेल का इंतजार है, जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. सीबीआई जांच के सवाल पर सीएम ने इनकार नहीं किया है, सीएम ने कहा कि विस्तृत जानकारी आने के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा.

सीएम के बयान से साफ है कि कई अधिकारियों पर गाज गिरना तय है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन ने दावा किया है कि इस मामले पर जल्द ही एक टेप सामने आने वाली है. हर्ष महाजन से बुधवार को राजधानी शिमला में कांग्रेस मुख्यालय में कहा कि ये सब साजिश के तहत हुआ है, पुलिस के आला अधिकारी कुछ बोलते रहे और जिला के अफसर कुछ और बोलते रहे और इस बात पर झगड़ा हुआ. उन्होंने कहा कि फंस न जाए इसलिए डर के मारे एफआईआर की गई. हर्ष महाजन ने कहा कि तीन दिन तो यही चलता रहा कि एफआईआर करें या नहीं. महाजन ने दावा किया इनके बीच जो बातचीत हुई है इन्ही में से किसी ने वो बातचीत रिकार्ड की है और जल्द ही वो टेप सामने आएगी और पर्दाफाश होगा.

बताते चलें कि 27 मार्च को पुलिस कॉन्सटेबल के 1334 पदों के लिए लिखित परीक्षा हुई थी, प्रदेशभर में बनाए गए 81 परीक्षा केंद्रों में 75 हजार 803 अभ्यर्थियों ने भाग लिया था. अब तक इस मामले में 15 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.