पटना: बिहार की महागठबंधन सरकार के खिलाफ बिहार भाजपा अब और आक्रामक रुख अख्तियार करेगी। रविवार को पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए एक दिवसीय बिहार दौरे पर आए देश के गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इस बाबत बिहार भाजपा के नेताओं को आवश्यक मंत्र दिए। गृह मंत्री ने पार्टी नेताओं को आश्वस्त किया कि वे आगे भी बिहार दौरे पर आते रहेंगे। राजकीय अतिथिशाला में बिहार भाजपा के तीन दर्जन से अधिक नेताओं के साथ बैठक में गृह मंत्री ने लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी करने को कहा।
अमित शाह ने सभी जनप्रतिनिधियों को क्षेत्रों में दौरा करने को कहा। मोदी सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने को कहा। लाभुकों से बातचीत कर उनके जीवन में आए सकारात्मक बदलावों के बारे में लोगों को बताने को कहा। बिहार सरकार की ओर से किए गए जातिगत सर्वे पर गृह मंत्री ने साफ कहा कि जब भाजपा बिहार में सत्ता में साझीदार थी, तब उसने जाति आधारित गणना का समर्थन किया था। राज्यपाल ने भी इस बिल को मंजूरी दे दी। इसलिए जनता के बीच इसे जरूर बताएं कि जातिगत सर्वे में भाजपा की अहम भूमिका है। सर्वे रिपोर्ट में अगर कुछ गड़बड़ी हुई है तो वह सरकार की नाकामी है। उसे आम जनों को बताएं।
लगभग एक घंटे तक चली इस बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह व नित्यानंद राय, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा व हरि सहनी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद, नंदकिशोर यादव, मंगल पांडेय व शाहनवाज हुसैन, सांसद रामकृपाल यादव, विप के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया सहित अन्य नेता मौजूद थे। बिहार भाजपा अध्यक्ष ने गृह मंत्री को पार्टी की राज्य इकाई की ओर से की जा रही गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। साथ ही आने वाले दिनों में होने वाले कार्यक्रम को लेकर भी जानकारी दी।