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क्या आपको पता है कि वास्तु दोष भी पति-पत्नी के बीच दूरियों का एक कारण हो सकता है. इसका कनेक्शन आपके बेडरूम में सोने के तरीके से भी हो सकता है. अगर आप गलत दिशा में सो रहे हैं तो यह दांपत्य जीवन में दरार पैदा कर सकता है. आइए जानते हैं कि पति-पत्नी को अपने बेडरूम में कैसे सोना चाहिए, ताकि दोनों के बीच तालमेल बना रहे.
शास्त्रों में पति-पत्नी के लिए कुछ नियम बताए गए हैं. इनका पालन करने से दाम्पत्य जीवन सुखमय बना रहता है. शास्त्रों में कहा गया है कि पत्नी को धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए दाहिनी ओर बैठना चाहिए. जबकि अन्य सांसारिक कार्यों (बैठते, सोते, भोजन करते समय) में पत्नी का स्थान पति की बाईं ओर होना चाहिए.
वास्तु शास्त्र क्या कहता है
वास्तु कहता है कि घर के मुखिया को हाई एनर्जी जोन यानी दक्षिण दिशा में सोना चाहिए. बिस्तर इस तरह से लगाना चाहिए कि सोते हुए पति-पत्नी के पैर दक्षिण दिशा में न हों. दक्षिण दिशा में सिर और उत्तर दिशा में पैर रखना सबसे अच्छा माना जाता है.
दक्षिण दिशा में सोने के फायदे
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा में सिर करके सोने से पति-पत्नी के जीवन में खुशी-समृद्धि बढ़ती है और न ही घर में कभी भी धन की कोई कमी होती है.