बिहार में शराब माफिया के हौसले बुलंद, धंधेबाज को छुड़ाने के लिए ट्रेन पर किया हमला

In Bihar, a train was attacked to rescue a liquor mafia businessman
In Bihar, a train was attacked to rescue a liquor mafia businessman
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पटना: बिहार पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है में शराब माफिया के हौसले बुलंद हैं। राजधानी पटना में शराब माफिया ने नीतीश कुमार के इस ड्रीम कानून को खुली चुनौती दी। अपने साथियों को छुड़ाने के लिए ट्रेन पर हमला कर दिया। शनिवार को पटना ब्लॉक चौराहा के पास स्थित झोपड़पट्टी में रहने वाले एक सौ से अधिक असामाजिक उपद्रवी तत्वों ने कोलकाता की ओर जा रही ट्रेन पर हमला कर दिया। ट्रेन संख्या 22198 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम एक्सप्रेस शनिवार को झांसी से कोलकाता जा रही थी। इस ट्रेन में भारी मात्रा में शराब भरकर ले जा रही थी। इसकी सूचना सुरक्षाबलों को मिल गई। इसी के खिलाफ कार्रवाई ट्रेन के अंदर चल रही थी।

जानकारी के मुताबिक ट्रेन के दो डिब्बों में टॉयलेट के अंदर शराब की खेत छिपाकर लाई जा रही थी। साधारण बैग में शराब की बोतल भर कर दो तस्कर ला रहे थे। खेप लेकर दोनों टॉयलेट में घुस गया और अंदर से बंद कर लिया। इधर टॉयलेट का दरवाजा नहीं खुलने से यात्री परेशान थे। शक के आधार पर इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई। आरपीएफ के जवान दल बल के साथ ट्रेन में पहुंच गए और टॉयलेट का दरवाजा खोलने लगे जो अंदर से बंद था। धीरे-धीरे पूरे ट्रेन में सनसनी फैल गई। लोगों को लगा कि कोई बड़ा अपराधी ट्रेन के अंदर छुपा है।

चलते-चलते ट्रेन पटना ब्लाक चौराहा के पास पहुंच गई। अचानक ट्रेन पर पत्थरबाजी शुरू हो गई झोपड़पट्टी से निकले सैकड़ों लोगों ने पत्थर चलाना शुरू कर दिया। जिससे यात्रियों में चीख पुकार मच गई। ट्रेन की खिड़कियों के शीशे टूट गए लगभग आधे घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आरपीएफ ने बलपूर्वक बंद शौचालय का दरवाजा खुलवाया और दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से दो दर्जन से ज्यादा बैग और कॉटन में भरे गए शराब की बोतलों जब्त कर लिया। दोनों तस्करों से पूछताछ की जा रही है। उपद्रवियों की तलाश के लिए छापेमारी कर रही है।