मुजफ्फरनगर में डीएम ने दिया 3 करोड़ के भुगतान का आदेश, खुशी से झूमे लोग

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मुजफ्फरनगर। 14 व 15वें वित्त की धनराशि से कराए गए 38 निर्माण कार्यो के सापेक्ष लंबित चल रहे तीन करोड़ से अधिक के भुगतान को डीएम ने हरी झंडी दिखाते हुए सख्ती से आदेश जारी किया। भुगतान का आदेश होते ही परेशान ठेकेदार खुशी से झूम उठे। इससे पूर्व निर्धारित की गई 31 जुलाई तक संबंधित भुगतान की नाउम्मीदी में ठेकेदारों के सब्र का बांध टूटता नजर आ रहा था।

शहर के विकास के लिए कराए गए करीब 38 निर्माण कार्यो की स्थलीय जांच के लिए तत्कालीन डीएम सेल्वा कुमारी जे ने एडीएम एफ आलोक कुमार की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की थी। कमेटी में पीडब्लूडी एक्सईएन को भी शामिल किया गया था। जांच के बाद ही भुगतान की प्रक्रिया पूर्ण की जानी थी। ठेकेदारों ने कार्य पूर्ण करते हुए जांच के बाद भुगतान की मांग की। पहले यह भुगतान ईओ स्तर से पालिका का बजट पास नहीं होने का बहाना बनाकर टाला जाता रहा, लेकिन छह जुलाई को बोर्ड बैठक में बजट पारित होने के बावजूद संबंधित ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया गया। पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने निर्धारित अंतिम तिथि 31 जुलाई को भुगतान करने के आदेश ईओ को दिये थे, लेकिन पत्रावलियां पूर्ण न होने पर ठेकेदारों के सब्र का बांध टूट गया। किसी भी सतर के अधिकारी से वार्ता के बावजूद भुगतान न होता देख पालिका कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष आदेश त्यागी के नेतृत्व में पालिका ठेकेदार शनिवार को डीएम सीबी सिंह से मिले और उन्हें सारे मामले की जानकारी दी। एसोसिएशन अध्यक्ष आदेश त्यागी ने बताया कि डीएम ने उनकी व्यथा सुनकर तुरंत ही सिटी मजिस्ट्रेट तथा ईओ को तलब कर उनसे स्पष्टिकरण मांगा। बताया कि डीएम ने पत्रावलियों में कोई त्रुटि न होने पर तुरंत ही भुगतान का आदेश जारी किया।

डीएम से मिलने वालों में आदेश त्यागी, इन्द्र नारायण माथुर, मनीष कुमार, अनिल वर्मा, रोबिन, धनवीर, ब्रजेश त्यागयी, सत्यप्रकाश त्यागी, जहीर अहमद, सुनीलसैनी, प्रवीण गर्ग, प्रदीप कुमार, अंशुल कुमार आदि ठेकेदार शामिल रहे।