मुजफ्फरनगर जिले में होगा हिन्दुस्तान का पहला अनोखा पशु मेला, केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने…

India's first unique animal fair will be held in Muzaffarnagar district, Union Minister of State Dr. Sanjeev Balyan...
India's first unique animal fair will be held in Muzaffarnagar district, Union Minister of State Dr. Sanjeev Balyan...
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मुजफ्फरनगर। जनपद में आवारा पशुओं के समाधान के लिए देश की पहली काऊ सेंचुरी का ऐतिहासिक प्लान धरातल पर लाने वाले केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं स्थानीय सांसद डाॅ. संजीव बालियान अब देश के पहले और अनोखे राष्ट्रीय पशु प्रदर्शनी एवं कृषि मेले के आयोजन को कराने के लिए मुजफ्फरनगर में दो दिवसीय प्रोग्राम केन्द्र सरकार से लाये हैं। इसमें देशभर के 1200 उच्चनस्लीय सर्टिफाइड पशुओं के साथ ही करीब 50 हजार किसान जुटेंगे। इन किसानों को नवीन और कृषि के क्षेत्र में उन्नत यंत्र एवं कृषि तकनीक की जानकारी देने और प्रदर्शन के लिए देश के वरिष्ठ वैज्ञानिक और 150 स्टाॅल लगाये जायेंगे।

BEST ANIMAL OF THE SHOE–मिलेगा पांच लाख का इनाम

दो दिनों तक किसानों और पशुओं के ठहरने के लिए पूरी व्यवस्था रहेगी। इसमें नस्लीय आधार पर बेस्ट परफार्मेन्स वाले पशुओं के लिए पशुपालकों को नकद धनराशि प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा। बेस्ट एनीमल आॅफ दि शो पुरस्कार पाने वाले पशु को 5 लाख की राशि का इनाम दिया जायेगा। पशुओं की 18 श्रेणियों के लिए करीब 50 लाख रुपये की धनराशि इनाम स्वरूप बांटी जायेगी। इसके साथ ही ग्रामीण अंचल की परम्परा पर सांस्कृति कार्यक्रम मनोरंजन का बड़ा साधन होंगे और ग्रामीण खेल प्रतिस्पर्धा के लिए पहचान रखने वाले कुश्ती और कबड्डी के मुकाबले भी होंगे। विजेताओं को करीब डेढ़ लाख रुपये की इनाम राशि मिलेगी। इस आयोजन की सबसे खास बात यह है कि इसमें प्रतिभाग करने वाले पशुओं को फैशन माॅडलिंग और डाॅग शो की भांति ही मंच पर कैटवाॅक करते हुए देखा जा सकेगा। इसी कैटवाॅक के आधार पर पशु की नस्ल और क्षमता को परखकर विजेता का खिताब दिया जायगा। निर्णायक मण्डल में विशेषज्ञ वैज्ञानिक शामिल रहेंगे।

नितिन गडकरी छह अपै्रल को करेंगे उद्घाटन

केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्यपालन राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान ने आज महावीर चैक स्थित एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि देश में पहली बार मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बड़े स्तर पर उनके लोकसभा क्षेत्र मुजफ्फरनगर में 6 और 7 अप्रैल, 2023 को दो दिवसीय राष्ट्रीय पशु प्रदर्शनी और कृषि मेला स्थानीय राजकीय इण्टर काॅलेज के मैदान पर आयोजित किया जा रहा है। इस दो दिवसीय मेले में मुजफ्फरनगर और मेरठ सहित अन्य आसपास के जिलों के विभिन्न गाँव से प्रगतिशील किसानों के साथ ही लगभग 25 हजार किसानों के प्रतिदिन सम्मिलित होने की संभावना है। मेले के उद्घाटन समारोह में 6 अपै्रल को मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सड़क परिवहन और राज्य मार्ग मंत्री नितिन गडकरी, विशिष्ठ अतिथि के रूप में केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्यपालन मंत्री ुरुषोतम रुपाला और उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही सम्मिलित होंगे। मेले के दूसरे दिन समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह और विशिष्ठ अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह तथा विधायक पंकज सिंह सम्मिलित होंगे।

भारत का पहला पशु मेला, एक मंच पर होगी तकनीक

केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान ने बताया कि यह देश का पहला पशु मेला होगा। मेले में किसानों को पशुपालन एवं कृषि से जुड़ी नई-नई परियोजनाओं के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी जायगी। कृषि में नयी तकनीक के उपयोग, विभिन्न कृषि उपकरण की उपयोगिता, उनका प्रयोग एवं रखरखाव, पशुओं की नस्ल सुधार, रखरखाव तथा संतुलित आहार आदि के सम्बन्ध में जानकारी भी उपलब्ध करायी जायगी। पशुपालन, मत्स्यपालन एवं कृषि सम्बन्धी नयी तकनीकों पर काम करने वाले स्टार्टअप को विशेष रूप से आमंत्रित किया जा रहा है, जिससे की किसानों को नयी तकनीकों पर जानकारी दी जा सके ।

प्रदर्शनी रहेगी किसानों के लिए मुख्य आकर्षण

इस मेले का मुख्य आकर्षण कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन से सम्बंधित प्रदर्शनी रहेगी, जो किसानों के लिए लाभकारी भी रहेगी। मेला परिसर में आयोजित प्रदर्शनी में लगभग 150 स्टाल लगाये जायंगे, जिसमंे 75 कृषि यांत्रिकी उपकरण, ड्रोन, एग्री-स्टार्टअप, 40 स्टाल डेयरी एवं पशुपालन, 15 स्टाल मत्स्यपालन, 20 स्टाल आईसीएआर से सम्बंधित होंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विशेषकर गन्ने की खेती करने वाले किसानों के लिए इससे सम्बंधित नयी तकनीकों की जानकारी उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था रहेगी। इसमें गन्ने की खेती में प्रयोग हो रहे नवीन एवं उन्नत यंत्र और बीज की जानकारी मिलेगी। वहीं फीशरी और दूध उत्पाद की उन्नत तकनीक का भी प्रदर्शन किया जायेगा। मेले में किसानों के प्रशिक्षण का भी इंतजाम रहेगा, जिसमें कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन से सम्बंधित स्कीम उनके क्रियान्वयन एवं नई तकनीक के प्रयोग पर किसानों को प्रशिक्षित भी किया जायेगा।

पशु-किसानों के ठहरने की पूरी व्यवस्था, सरकार उठाईगी खर्च

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश एवं आसपास के राज्य जैसे हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड से अच्छी नस्लों के 1200 से अधिक पशुधन के सम्मिलित होने की संभावना है। इस मेले में किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए आठ से अधिक नस्लों की 32 से अधिक श्रेणियों के अंतर्गत अच्छे पशुधन को पुरस्कार भी दिया जायेगा। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि 5 अपै्रल को इस प्रदर्शनी के लिए चयनित पशुओं के साथ पशुपालक जिला मुख्यालय पहुंच जायेंगे। उनके लिए व्यवस्था गन्ना शोध संस्थान में की गयी है। इनके आने जाने और ठहरने के साथ ही खाने पीने का सभी खर्च सरकार वहन करेगी। इसके साथ ही प्रतिदिन करीब 25 हजार किसानों की आने की संभावना है। किसानों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था भी रहेगी। रात्रि विश्राम के लिए भी बंदोबस्त किये जा रहे हैं।

किसानों के मनोरंजन को सजेगी महफिल, होंगी कुश्ती-कबड्डी

किसानों के मनोरंजन के लिए ग्रामीण अंचल की परम्परा पर आधारित कल्चरल प्रोग्राम होंगे, इसमें देश के नामचीन कलाकार को बुलाया जा रहा है। जबकि पुरुष वर्ग में कबड्डी और कुश्ती के मुकाबले भी कराये जायेंगे। स्थानीय स्तर पर पशुपालक अपने पशु इसमें सशर्त प्रतिभाग करा सकते हैं। इसके लिए अपने उन्नत नस्ल के पशुओं को उनको जिला पशुपालन विभाग से सर्टिफाइड कराना आवश्यक होगा। उन्होंने बताया कि पशुओं के प्रदर्शन के लिए मैदान पर रैम्प वाला मंच बनाया जायेगा। इसमें फैशन माॅडल की भांति ही पशु भी कैटवाॅक करते हुए प्रदर्शन करेंगे।

दो दिन में बटेंगे 51.45 लाख, वरिष्ठ वैज्ञानिक देंगे जानकारी

किसानों को नवीन तकनीक की जानकारी देने के लिए डाॅ. बख्शीराम जैसे उच्च स्तरीय वैज्ञानिकों को भी व्याख्यान के लिए बुलाया गया है। किसानों को यहां लाने के लिए गांवों में प्रतिदिन 250 बसें लगाई जायेंगी। सुबह से शाम तक प्रदर्शनी और मेला चलेगा। 6 अपै्रल को ही शहर में बालाजी जयंती शोभायात्रा होने के कारण चुनौती पर उन्होंने कहा कि बालाजी जयंती के आयोजकों से बात हो चुकी है। शहर में शोभायात्रा रात को एंट्री करेगी, तब तक किसान मुख्यालय से गांवों तक लौट चुका होगा। उन्होंने बताया कि पशुओं के 5 लाख रुपये से लेकर 2100 रुपये तक के इनाम रखे गये हैं। यह मेला और प्रदर्शनी जिले में पशुपालकों और किसानों के लिए एक क्रांतिकारी और ऐतिहासिक कदम साबित होगी। इसें सिर्फ बछिया ही होगी वाला सीमन भी प्रदर्शित किया जायेगा। इसके लिए सरकार ने 500 रुपये की सब्सिडी का ऐलान भी किया है। उन्होंने बताया कि खेल और पशु स्पर्धा के लिए कुल 51.45 लाख रुपये की पुरस्कार राशि खर्च की जायेगी। इसमें केन्द्र और राज्य सरकार का सहयोग रहेगा। प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रदेश सरकार के व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल, जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, पूर्व विधायक उमेश मलिक, पूर्व जिलाध्यक्ष देवव्रत त्यागी, भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक कुशपुरी, डाॅ. पुरुषोत्तम गौतम, राजीव गर्ग, अचिन्त मित्तल आदि उपस्थित रहे।