शादी के उल्लास में बैंड बजा रही महंगाई, इन सात जरूरी सामानों के बढ़ गए भाव- बिगड़ा बजट

Inflation playing the band in the gaiety of marriage, the prices of these seven essential items have increased – the budget of the food plate
Inflation playing the band in the gaiety of marriage, the prices of these seven essential items have increased – the budget of the food plate
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गोरखपु। नवीन श्रीवास्तव एक निजी कंपनी में कार्य करते हैं। पहली दिसंबर को इनके घर शादी थी। कैटरर्स ने बुकिंग के दौरान डेढ़ लाख रुपये का बजट बताया था। ऐन वक्त पर उसने यह कहते हुए 50 हजार रुपये अधिक बढ़ा दिया कि आटा, तेल, रिफाइन व अन्य सामग्रियों की महंगाई के कारण इतने गुणवत्तायुक्त भोजन संभव नहीं है। खाने की गुणवत्ता प्रभावित न हो इसका देखते हुए नवीन को तय भाव से अधिक पैसा खर्च करना पड़ा। नवीन ही नहीं उनकी तरह तमाम लोग रसोई गैस सिलेंडर, सब्जी, तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से लड़की की शादी, लड़के के तिलक व अन्य वैवाहिक कार्यक्रमों में तय बजट से दोगुने खर्च कर चुके हैं।

खाद्य सामग्रियों की बढ़ती कीमतों का थाली पर असर
खाद्य सामग्रियों की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर थाली पर दिख रहा है। पिछले साल एक थाली 400 से लेकर 1200 रुपये में बुक हो रही थी। इस बार जो 500 से लेकर 15 सौ रुपये तक पहुंच गई है। मोहद्दीपुर निवासी अशोक सिंह ने बताया कि महंगाई का ही असर है कि बेटी की शादी में पहले से बुक थाली में 150 रुपये बढ़ाना पड़ा। कैटरर्स ने बताया कि किसी तरह काम तो चल जाएगा, लेकिन जैसा आप चाह रहे हैं वह गुणवत्ता नहीं मिलेगी। मेहमानों को बेहतर भोजन कराना था। यह सोचकर मैंने समझौता कर लिया कि शादी तो एक ही बार होनी है। तो फिर गुणवत्ता से समझौता क्यों?

माह भीतर ऐसे बढ़ी प्रमुख खाद्य सामग्रियों की कीमतें
अक्टूबर 2022 नवंबर 2022

आटा 33 रु.प्रति किग्रा 36 से 38 रुपये

आटा 5 किलो (पैकेट) 160 190 रुपये

अरहर दाल 100 रु. प्रति किग्रा 110

चावल बासमती 100 110

सरसों तेल 145 170

रिफाइन 145 165
जीरा 250 से 280 रु. प्रति किग्रा 300 से 360 रु.प्रति किग्रा

क्या कहते हैं लोग
चेंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष संजय सिंघानिया ने कहा कि सरकार यदि मिलों को गेहूं की आपूर्ति कर दें तो आटा का भाव गिर सकता है। रही बात तेल व दालों की कीमतों में तेजी की तो इसका एक ही कारण है जमाखोरी। यदि जांच हो जाए तो भाव में कमी आ सकती है।
गोरखपुर मैरेज हाल एसोसिएशन अध्यक्ष विजय खेमका ने कहा कि जनवरी व फरवरी में थाली 500 से लेकर 800 रुपये में बुक हुई थी। नई बुकिंग में 15 से 20 प्रतिशत अधिक लेना पड़ रहा है। इसकी प्रमुख वजह खाद्य सामग्रियों व व गैस की कीमतों में बढ़ोतरी है। इसके अलावा कामगारों को भी अधिक देना पड़ रहा है।
टेंट हाउस संचालक राम प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि पांच-छह माह पहले जब लोगों ने थाली के अनुसार खाने की बुकिंग कराई थी उस समय उनका बजट दो से तीन लाख के आसपास था। जब शादी का समय आया तो उन्हें बढ़े हुए दाम के अनुसार डेढ़ से दोगुने पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। इससे कई लोगों का बजट बिगड़ गया है।