हिमाचल में BJP को झटका: सबसे युवा जिला परिषद अध्यक्ष मुस्कान ने दिया इस्तीफा

Jolt to BJP in Himachal: Youngest Zilla Parishad president Muskan resigns
Jolt to BJP in Himachal: Youngest Zilla Parishad president Muskan resigns
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बिलासपुर. हिमाचल प्रदेश में सता परिवर्तन के बाद अब बिलासपुर में जिला परिषद की सत्ता बदलने वाली है. जिला परिषद की सरदारी को लेकर राजनैतिक जंग तेज हो गई है. सोमवार को यहां पर भाजपा समर्थित जिला परिषद अध्यक्ष मुस्कान और उपाध्यक्ष प्रेम ठाकुर ने इस्तीफा दे दिया. इन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. सोमवार को इस प्रस्ताव पर बैठक थी, लेकिन बैठक से करीब 15 मिनट पहले दोनों ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया. मुस्कान और प्रेम ठाकुर ने अपने-अपने त्याग पत्र उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक को सौंप दिए. गौरतलब है कि यह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का गृहजिला है और ऐसे में अब भाजपा को यहां पर झटका लगा है.

जानकारी के अनुसार, मुस्कान और प्रेम ठाकुर सोमवार को बैठक में नहीं पहुंचे, जबकि इस बैठक में उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक, जिला परिषद की कार्यकारी अधिकारी व एडीसी डा निधि पटेल तथा एसडीएम सदर अभिषेक गर्ग व सचिव जिला परिषद मौजूद रहे. इसके अलावा, 11 जिला पार्षद बैठक में मौजूद रहे. इन्होंने ही गत 14 मार्च को उपायुक्त को अविश्वास प्रस्ताव पर साइन कर दिया था. जिला परिषद के 11 सदस्यों ने अध्यक्ष मुस्कान एवं उपाध्यक्ष प्रेम ठाकुर की कार्यप्रणाली के प्रति असंतोष जाहिर करते हुए अविश्वास प्रस्ताव पारित किया था.

उल्लेखनीय है कि बिलासपुर जिला परिषद में भाजपा समर्थित आठ और कांग्रेस समर्थित छह पार्षद हैं. हालांकि, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में भाजपा और कांग्रेस समर्थित 11 पार्षदों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए थे. उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष मुस्कान एवं उपाध्यक्ष प्रेम ठाकुर ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया है. अब जैसे ही पंचायती राज विभाग इनके त्याग पत्र मंजूर करेगा, तो उसके बाद दोनों पदों पर चुनाव करवाए जाएंगे. जिला परिषद के 14 सदस्यों में से 11 सदस्य मदन धीमान, आईडी शर्मा, विमला देवी, बेली राम टैगोर, शालू रनौत, प्रोमिला बसु, राजकुमार, शैलजा शर्मा, गौरव शर्मा, मान सिंह और पूजा रानी ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी.

मुस्कान ने जनवरी 2021 में निर्दलीय चुनाव जीता था और बाद में भाजपा के समर्थन पर उन्हें जिला परिषद का उपाध्यक्ष बनाया गया था. तब प्रदेश में जयराम की सरकार थी. एक रात में सारे समीकरण बदल गए थे. मुस्कान ने अध्यक्ष बनने से पहले तत्कालीन सीएम जयराम ठाकुर से मुलाकात की थी. उस दौरान अध्यक्ष पद के लिए मुस्कान को 9 और कांग्रेस समर्थित प्रोमिला वसु उम्मीदवार को 5 वोट मिले थे. उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा समर्थित प्रेम सिंह ठाकुर को आठ और कांग्रेस समर्थित आईडी शर्मा को 6 मत मिले थे. बता दें कि मुस्कान ने लॉ की