गाजियाबाद। जंतर-मंतर पर बैठी महिला पहलवानों के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन ने पंचायत का ऐलान किया है। इसमें यूपी, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब की जत्थेबंदियां, किसान और खाप चौधरी पहुंच रहे हैं। राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गए हैं। इस दौरान किसानों ने दिल्ली पुलिस के एक बैरिकेड्स को गिरा दिया। इसे लेकर किसानों की दिल्ली और UP पुलिस में नोकझोंक और हाथापाई हुई। इसके बाद राकेश टिकैत पंचायत स्थल पर पहुंचे। जहां पंचायत शुरू हुई।
राकेश टिकैत बोले- ब्रजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार किया जाए
राकेश टिकैत ने कहा, “हमें जगह- जगह रास्ते में रोकने की कोशिश हुई। पुलिस और सरकार हिटलर शाही का काम कर रही है। जगह-जगह गाड़ियां तैनात कर रखी हैं। कई जगह किसानों को हाउस अरेस्ट किया गया है। अगर आज से पहले किसी मुकदमे में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई हो, तो पुलिस लिखकर दे दे तो हम आगे नहीं बढ़ेंगे। अगर ऐसा नहीं है तो ब्रजभूषण शरण सिंह को भी गिरफ्तार किया जाए।”
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की पंचायत को राकेश टिकैत संबोधित कर रहे हैं।
राकेश टिकैत ने कहा, “राष्ट्रपति का पद सर्वोच्च होता है। संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए था। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।”
टिकैत ने कहा, “हमारा आंदोलन सफल हुआ। क्योंकि किसानों को घरों के अंदर ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया। किसानों की सिर्फ एक टुकड़ी ही गाजीपुर बॉर्डर तक पहुंच पाई है।”
गाजीपुर बॉर्डर पर धारा-144 लागू
वहीं, दिल्ली पुलिस ने पंचायत की अनुमति नहीं दी थी। पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर धारा 144 लगाई है। गाड़ियों को चेकिंग के बाद UP से दिल्ली में एंट्री दी जा रही है। बॉर्डर पर CRPF, RAF, UP पुलिस और दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ वाटर कैनन, दमकल गाड़ियां तैनात हैं। पुलिस ने एक हाइड्रा क्रेन भी मंगवाई है। जिससे एन वक्त पर पत्थरों के भारी बोल्डरों को रोड पर रखा जा सके।
दिल्ली पुलिस ने सड़कों पर बिछाई लोहे की कील
दिल्ली पुलिस ने अपने इंतजामों में लोहे की कील की भी व्यवस्था की है। ये ठीक वैसी कील हैं, जब दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में सड़क पर लगाई गई थीं। इन कील को सड़क पर लगाकर वाहनों को आगे बढ़ने से रोका जा सकता है। वाहन जैसे ही इनके ऊपर चढ़ेगा, टायर पंक्चर हो जाएंगे।
गाजीपुर बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
सपा विधायक सहित कई किसान नेता हाउस अरेस्ट
यूपी के कई जिलों में शनिवार रात से ही किसानों नेताओं को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है। इसके अलावा मेरठ के सरधना सपा विधायक अतुल प्रधान को भी हाउस अरेस्ट किया है। किसानों के वाहनों को रोकने के लिए मेरठ–दिल्ली एक्सप्रेस-वे स्थित टोल प्लाजा और गाजियाबाद–बुलंदशहर हाईवे के लुहारली टोल प्लाजा पर पुलिस फोर्स तैनात है।
राकेश टिकैत की अपील- बसों, निजी गाड़ियों से आएं किसान
शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, यूपी के विभिन्न जनपदों से किसान सुबह से यूपी-दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर इकट्ठा होना शुरू हो जाएंगे। वे खुद भी सुबह तक गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच जाएंगे। पहले बॉर्डर पर एक बैठक करेंगे और फिर दिल्ली के लिए कूच करेंगे।
हमने किसानों से कहा है कि वे बसों या निजी गाड़ियों से ही आएं। कोई भी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर न आए। टिकैत ने किसानों से ये भी अपील की है कि वे अपने खाना-पानी का इंतजाम स्वयं करके लाएं। इसके साथ ही टिकैत ने उप्र के पुलिस-प्रशासन से अनुरोध किया है कि किसानों को गाजीपुर बॉर्डर आने तक नहीं रोका जाए।
भाकियू के मेरठ मंडल अध्यक्ष गुड्डू प्रधान ने बताया, मंडल की मासिक बैठक पहले मेरठ में होनी थी, लेकिन इसका स्थान बदलकर अब गाजीपुर बॉर्डर कर दिया गया है। ये बैठक भी रविवार सुबह 11 बजे होगी। इसमें मेरठ मंडल के सभी जिलों से प्रमुख किसान पदाधिकारी शामिल होंगे।