अभी अभीः यूपी में इन इंजेक्‍शनों पर लगाई गई रोक, प्रदेश भर से मंगाए गए वापस; जानें डिटेल

Just now: Ban imposed on these injections in UP, recalled from all over the state; Know details
Just now: Ban imposed on these injections in UP, recalled from all over the state; Know details
इस खबर को शेयर करें

गोरखपुर। गोरखपुर महिला अस्पताल में प्रसूताओं को एंटीबायोटिक इंजेक्शन के रिएक्शन को शासन ने गंभीरता से लिया है। सरकार ने शुक्रवार को रिपोर्ट तलब करते हुए संबंधित बैच के इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। साथ ही प्रदेश भर से संबंधित बैच के इंजेक्शन वापस मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि प्रदेश के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में इस बैच के इंजेक्शन की सप्लाई हुई है।

महिला अस्पताल में भर्ती 13 प्रसूताओं को गुरुवार की रात में जेंटामाईसिन और एमॉक्सीसिलीन इंजेक्शन लगाई गई। इसके बाद प्रसूताओं की हालत बिगड़ गई। महिला अस्पताल प्रशासन ने ड्रग कॉरपोरेशन को एंटीबायोटिक इंजेक्शन वापस कर दिए हैं। साथ ही उस बैच के इंजेक्शन पर रोक लगाने के लिए पत्र भी भेजा है। इधर, ड्रग विभाग ने भी नमूने लिए हैं जिन्हें जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला लखनऊ भेजेंगे। इसकी तस्दीक ड्रग इंस्पेक्टर जय सिंह ने की। उन्होंने कहा की तीनों इंजेक्शन के वायल जांच के लिए भेजे गए हैं।

दिनभर जांच के लिए पहुंचते रहे अधिकारी महिला अस्पताल में 100 बेड की एमसीएच विंग में भर्ती 13 महिलाओं को एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाए गए थे। इस मामले की जांच के लिए कई स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दूबे और जिला अस्पताल के अधिकारियों ने प्राथमिक तौर पर जांच की। मरीजों के सेहत का हाल लिया। डीएम ने एसआईसी को फोन कर जानकारी लेने के साथ ही रिपोर्ट भी मांगी है।

इस बीच जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. बीके सुमन ने मरीजों की सेहत की जांच की। उन्होंने मरीजों को अब तक दी गई दवाओं का ब्योरा लिया। इसके अलावा महिला अस्पताल के एसआईसी डॉ. जय कुमार ने भी मरीजों से उनके सेहत के बारे में जानकारी ली। अब महिलाएं पूरी तरह से स्वस्थ है। सूचना पर एलआईयू की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी हासिल की है।

ड्रग इंस्‍पेक्‍टर जय सिंह ने कहा कि अस्पताल में इंजेक्शन के रिएक्शन की सूचना मिली। संबंधित बैच के इंजेक्शन का नमूना लिया गया है। उसको गुणवत्ता जांच के लिए लखनऊ की राजकीय प्रयोगशाला भेजा जाएगा।

एसआईसी डॉ.जय कुमार ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है। एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगने के बाद कुछ मरीजों को रिएक्शन के लक्षण मिले। संबंधित बैच के इंजेक्शन को लगने पर रोक लगा दी गई है। मरीज पूरी तरह से ठीक हैं। इंजेक्शन को जांच के लिए ड्रग कार्पोरेशन भेजा जा रहा है। दूसरे जिलों से भी संबंधित बैच के इंजेक्शन को मंगाया जाएगा।