अभी-अभी: छत्तीसगढ़ में बच्चों को सीएम भूपेश बघेल की बड़ी सौगात, यहां देखें

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रायपुर | English Medium School In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमिशन के लिए होड़ मची है. स्कूलों सीट की संख्या कई गुना ज्यादा आवेदन आ रहे हैं. प्रदेश भर में करीब 35 हजार सीट पर डेढ़ लाख से अधिक आवेदन आए हैं. ऐसी स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh baghel) ने 50 नए स्कूल खोलने का एलान किया किया है.

दरअसल स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल में प्रवेश के लिए लोगों का जबरदस्त रुझान देखकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में आगामी शैक्षणिक सत्र-2022 से 50 नए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने निर्णय लिया है. इसकी घोषणा की जानकारी मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर दी है. सीएम भूपेश बघेल ने अपने ट्वीट में लिखा कि आगे भी जितनी जरूरत होगी उतने स्कूल तैयार होते रहेंगे. बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.

इस वर्ष राज्य के 171 स्कूलों में से 126 स्कूलों के 34 हजार 652 सीटों के लिए तकरीबन डेढ़ लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं. अकेले रायपुर जिले में संचालित 9 सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पहली से 12वीं तक की कक्षा में प्रवेश के लिए 27 हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. जबकि रायपुर जिले में संचालित इन स्कूलों में कुल उपलब्ध सीटों की संख्या करीब दो हजार है. इसी तरह राज्यभर में संचालित कुल 171 स्कूल में एक-एक सीट के पीछे कई गुना अधिक आवेदन मिल रहे हैं.

सभी कलेक्टरों को तैयारी के लिए पत्र
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के बाद स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला की ओर से राज्य से सभी जिला कलेक्टरों को अर्धशासकीय पत्र जारी किया गया है. इस पत्र के जरिए से कलेक्टरों को जिला में संचालित शासकीय स्कूलों को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल के रूप में बदलाव करने के संबंध में प्रस्ताव मंगाया है. आदेश में इस काम के लिए कलेक्टरों को 3 दिन का समय दिया गया है.

कलेक्टरों से कहा गया है कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि प्रस्तावित स्कूलों में आवश्यक रिनोवेशन और शिक्षकों की नियुक्ति का कार्य 15 जून के पहले ही कर लिया जाए, इससे शैक्षणिक सत्र 2022-23 से ही इन स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू की जा सके. साथ ही कहा गया है कि इस वर्ष हिन्दी माध्यम में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई उसी स्कूल में जारी रखी जाएगी. आवश्यकता होने पर इन स्कूलों में कक्षाएं दो पालियों में लगाई जा सकती हैं.

स्वामी आत्मानंद स्कूल में एडमिशन के लेकर इस रुझान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रसन्नता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल में एडमिशन को लेकर काफी रुझान देखने को मिल रहा है. हर कोई अपने बच्चों को इन स्कूलों में पढ़ाना चाहता है. ऐसे में हम जरूरतों के मुताबिक स्कूलों की संख्या बढ़ा रहे हैं. आगे भी जितनी जरूरत होगी उतने स्कूल तैयार होते रहेंगे. बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.