लखनऊ: उत्तर प्रदेश की विधानसभा अब बदली-बदली सी नजर आएगी क्योंकि अब ये ई विधानसभा हो गई है. मतलब यह है कि अब विधानसभा के अंदर पूरी तरह इलेक्ट्रॉनिकली काम किया जाएगा यानि पेपरलेस वर्क. सभी विधायकों की टेबल तय करने के साथ ही उन पर टेबलेट भी लगा दिए गए हैं. जिसके जरिए वह सवाल-जवाब समेत अन्य कार्यवाही में भी हिस्सा लेंगे. आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस नई विधानसभा का निरीक्षण भी किया.
23 मई से शुरू होगा विधानसभा का बजट सत्र
आप तो बता दें कि 23 मई से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. जो इस बार बिल्कुल नए तरीके से होगा. इस बार आपको विधानसभा में उड़ते या लहराते हुए पेपर नहीं दिखाई देंगे क्योंकि पूरी तरीके से कार्यवाही टैबलेट के जरिए होगी. सभी विधायकों को अब टैबलेट के जरिए सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने की आदत डालनी होगी. जो विधायक अभी टैबलेट चलाने में सक्षम नहीं हैं. उनकी ट्रेनिंग भी कराई जाएगी. इसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने आदेश जारी कर दिये हैं.
देश का दूसरा राज्य, जहां होगा पेपरलेस काम
21 मई को सदन में विधानसभा सदस्यों को एनआईसी के विशेषज्ञों द्वारा ई-विधान का प्रशिक्षण दिया जाएगा. नागालैंड के बाद उत्तर प्रदेश दूसरा राज्य होगा, जहां की विधानसभा में पूरी तरीके से पेपरलेस काम होगा. हालांकि तमाम ऐसे राज्य हैं, जिनकी विधानसभा में ई-विधान सिस्टम लागू है, लेकिन वहां पूरी तरीके से पेपरलेस वर्क नहीं होता. ऐसे में यह विधानसभा सदस्यों के लिए एक नया अनुभव होगा. कहीं न कहीं प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटलाइजेशन की मुहिम को यूपी विधानसभा एक कदम आगे बढ़ाएगी.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज विधानसभा की एक गैलरी, जिसको दोबारा सुसज्जित कर बनाया गया है उसका उद्घाटन भी किया. इस गैलरी में देश के इतिहास को बताती तस्वीरें लगी हैं, जो शायद आपने पहले कहीं न देखी हो.