अमृतसर। पंजाब में दूसरी बार रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) का प्रयोग करके पुलिस को निशाना बनाया गया है। हमला तरनतारन के सरहाली पुलिस स्टेशन के साथ बने सांझ केंद्र में हुआ है। सूचना है कि इससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सांझ केंद्र के शीशे टूट गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने एक तरफ इसे आतंकी हमला कहा, वहीं दूसरी तरफ आतंकी गुरपतवंत पन्नू ने इसकी जिम्मेदारी ले ली है।
मिली जानकारी के अनुसार रात 1 बजे के करीब तरनतारन बठिंडा नेशनल हाईवे पर बने सरहाली पुलिस थाने के साथ बने सांझ केंद्र पर रॉकेट लांचर RPG का प्रयोग करके हमला किया गया। रात धमाके की आवाज सुनकर जब तक पुलिस सरहाली थाने से बाहर निकली, हमलावर फरार हो चुके थे।
थाने में रात के मुंशी, ड्यूटी अफसर और दो कॉन्स्टेबलों के अलावा कोई नहीं था। सांझ केंद्र भी बंद पड़ा था। जिसके चलते कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। फॉरेंसिक टीमें जांच के लिए पहुंच गई हैं।
RPG में नहीं हुआ विस्फोट
आतंकियों के मनसूबों पर तब पानी फिरा जब उनके द्वारा फेंका गया यह RPG फटा ही नहीं। RPG के अंदर गिरने से सांझ केंद्र के शीशे टूट गए। पुलिस ने RPG को सुरक्षित कब्जे में रखा है और सांझ केंद्र को सील कर दिया गया है। SSP गुरमीत सिंह चौहान ने कहा कि जांच चल रही है।
गुरपतवंत ने लिया जालंधर में हुई कार्रवाई का बदला
विदेश की धरती पर रह रहे सिख फार जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वॉयस नोट भेज इस हमले की जिम्मेदारी ली है। पन्नू का कहना है कि जालंधर के लतीफपुरा में 1947 में पाकिस्तान से आकर बसे परिवारों को पंजाब सरकार ने बेघर किया है। यह उसी का बदला है।
सीएम को पन्नू की धमकी
गुरपतवंत पन्नू ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को धमकी दे दी है। पन्नू का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की राह पर चलने वालों को उन्हीं के पास भिजवा दिया जाएगा। अगर हिम्मत है तो आज तरनतारन का पुल लांघ कर दिखाओ, रिफ्रैंडम के समर्थक इंतजार कर रहे हैं। पन्नू ने चताया है कि पंजाब में घर-घर में रॉकेट लांचर व बम पहुंच चुके हैं। यही पंजाब को भारत की हकूमत से आजादी दिलाएंगे।
आतंकी हमला मान रही पुलिस
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों अभी इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दे रही, लेकिन उनका मानना है कि यह एक आतंकी हमला ही है। हमलावरों इससे जानी नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे, लेकिन पंजाब का माहौल खराब करने के लिए यह कदम उठाया गया।
6 मई को मोहाली में हुआ था हमला
7 महीनों के बाद एक बार फिर आतंकियों ने पंजाब पुलिस को निशाना बनाया है। इससे पहले 6 मई को मोहाली में इंटेलिजेंस विभाग पर RPG का प्रयोग करके हमला किया गया था। तब भी कार्यालय बंद था और कोई जानी नुकसान नहीं हुआ था।