
इस्लमाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जमान पार्क स्थित बंगले से तलाशी अभियान के दौरा असॉल्ट राइफलें और गोलियों का जखीरा बरामद किया गया है। इस दौरान पुलिस की कार्रवाई में बाधा डालने और हमला करने के आरोप में 60 से अधिक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया है। शनिवार को तोशाखाना मामले में सुनवाई के लिए इमरान खान के इस्लामाबाद रवाना होने के बाद पुलिस दरवाजा तोड़ बंगले में घुसी थी। इस दौरान पुलिस और पीटीआई समर्थकों में जमकर झड़पें भी हुईं। इसमें दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए हैं। इमरान खान के घर से मिले हथियारों के जखीरे को देख पुलिस के होश उड़े हुए हैं।
जेसीबी के साथ इमरान के घर में घुसी पुलिस
पुलिस ने आज सुबह लाहौर के जमान पार्क इलाके में पीटीआई समर्थकों को खदेड़ने का काम शुरू किया था। पुलिस ने इमरान खान के आवास में घुसने से पहले एक बयान में कहा था कि धारा 144 लागू है, आपको सलाह दी जाती है कि आप हट जाएं। इसके बावजूद इमरान खान के समर्थक अपनी जगहों पर डटे रहें। टीवी फुटेज में दिखाया गया है कि पुलिस घर के मुख्य लोहे के गेट को गिराने के लिए जेसीबी के साथ प्रवेश किया था। इस दौरान विरोध करने वाले पीटीीआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
इमरान खान के घर से क्या-क्या मिला
पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) उस्मान अनवर ने कहा कि पुलिस ने जमान पार्क में तलाशी और सफाई अभियान पूरा कर लिया है। उन्होंने बताया कि लाहौर के पॉश इलाके में इमरान खान की हवेली से एके -47 असॉल्ट राइफलें और बड़ी संख्या में गोलियां अपने कब्जे में ली हैं। इसके अलावा, कांच की बोतलें और गुलेल से पुलिस पर गोली चलाने के लिए सैकड़ों कंचे भी इमरान खान के घर से बरामद किए गए थे। पुलिस को शक है कि कांच की बोतलों का इस्तेमाल मोलोटोव कॉकटेल (पेट्रोल बम) के लिए होने वाला था।
5 AK-47 राइफलें भी बरामद हुईं
उस्मान अनवर ने बाद में बताया कि पुलिस को इमरान खान की हवेली से 5 एके-47 राइफलें भी मिली हैं। एक सवाल के जवाब में आईजीपी ने कहा कि बंदूकों की कानूनी स्थिति का मूल्यांकन किया जा रहा है कि क्या उनके पास लाइसेंस है या नहीं। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन से पहले, पार्क के आसपास की सड़कों को शिपिंग कंटेनरों से जाम कर दिया गया था, जिसे अब हटा दिया गया है। पंजाब पुलिस के शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने वॉटर कैनन, पूरी तरह से सुसज्जित दंगा पुलिस, महिला पुलिस और कैदी वैन की टुकड़ियों के साथ तलाशी अभियान चलाया।
60 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ता हिरासत में
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने खुदाई करने वाले यंत्र से मुख्य द्वार को तोड़ दिया और इमरान खान के घर में प्रवेश किया।” उन्होंने कहा कि टूटे गेट पर एक पर्दा लगा दिया गया था। 60 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं को पीटीआई अध्यक्ष के घर से गिरफ्तार किया गया और आगे की जांच के लिए एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। पुलिस ने बाताय कि ये लोग इमरान खान के घर से हमला कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनके घर के आसपास बने कार्यकर्ताओं के अस्थायी शिविरों को भी ध्वस्त कर दिया गया है। जमान पार्क में आजादी कंटेनर को भी ले लिया गया है।
‘मेरी पत्नी घर पर अकेली है’, इमरान का आरोप
पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर सियासी उबाल जारी है। इस बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान तोशाखाना केस में सुनवाई के लिए शनिवार को इस्लामाबाद के लिए रवाना हुए। इस बीच उनके जमान पार्क स्थित घर से निकलने के कुछ देर बाद ही पंजाब पुलिस ने धावा बोल दिया। पाकिस्तानी मीडिया से जो रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं, उनमें साफ दिख रहा है कि पंजाब पुलिस इमरान के घर के गेट पर बुलडोजर चला रही है। इस बीच कुछ समर्थकों ने पुलिसकर्मियों से भिड़ने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने 20 लोगों को गिरफ्तार किया और समर्थकों पर बल का इस्तेमाल किया गया।
पुलिस की इस कार्रवाई पर इमरान खान भड़क गए। उन्होंने कहा कि घर पर उनकी पत्नी बुशरा बेगम अकेली हैं। आखिर किस कानून के तहत लाहौर पुलिस यह अभियान चला रही है? यही लंदन प्लान का हिस्सा है, जहां यह प्रतिबद्धता जताई गई थी कि भगोड़े नवाज शरीफ को सत्ता में लाया जाएगा।
इमरान खान के काफिले की कार का हुआ एक्सीडेंट
इससे पहले इस्लामाबाद के रास्ते में ही इमरान के काफिले की एक गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। बताया गया है कि इस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ है। हालांकि, दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं।
इमरान खान ने इस घटना के बाद ट्वीट कर कहा, “यह साफ है कि सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद भी पाकिस्तान डेमेक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की गठबंधन वाली सरकार मुझे गिरफ्तार करना चाहती है। उनके इन बदनीयत विचारों के बावजूद, मैं इस्लामाबाद की कोर्ट जा रहा हूं, क्योंकि मैं कानून के शासन पर विश्वास करता हूं।”
उन्होंने कहा कि स्पष्ट है कि लाहौर में मेरे घर के पास जो भी घटनाक्रम हुआ, वह इसलिए नहीं था कि मैं किसी मामले में कोर्ट के सामने पेश हो जाऊं, बल्कि मुझे जेल में बंद करने के लिए था, ताकि मैं चुनाव अभियान का नेतृत्व न कर पाऊं।