अभी अभीः पुलिस ने हंगामा करते किसानों के पिछवाडे पीट-पीटकर किये लाल, 6 की हालत गंभीर

Just now: Police thrashed the farmers behind the ruckus, the condition of 6 critical
Just now: Police thrashed the farmers behind the ruckus, the condition of 6 critical
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अमृतसर। पंजाब में कांग्रेस को हराकर आई आम आदमी पार्टी की सरकार में पहली बार किसानों पर लाठीचार्ज हुआ है। इस दौरान 6 किसान घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये किसान तबाह हो चुकी कपास की फसल के मुआवजे की मांग कर रहे थे। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस घटनाक्रम पर अभी तक चुप्पी साध रखी है।

भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) की अगुआई में किसानों ने लंबी के नायब तहसीलदार समेत अन्य स्टाफ को दफ्तर में बंधक बना लिया। इसके बाद पुलिस ने सोमवार देर रात 12 बजे किसानों पर लाठीचार्ज कर नायब तहसीलदार और स्टाफ को छुड़ाया।

पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज में 6 किसान घायल हो गए, जिन्हें लंबी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, नायब तहसीलदार अरजिंदर सिंह और स्टाफ के बाहर आने के बाद अब पूरे प्रदेश के तहसीलदार हड़ताल पर चले गए हैं।

मुआवजा देने में पक्षपात का आरोप
किसानों का आरोप है कि गुलाबी सुंडी से खराब हुई नरमा की फसल के मुआवजे के मामले में मुक्तसर जिले को नजरअंदाज किया गया है। मुक्तसर जिले में अधिकतर नरमा की खेती लंबी ब्लॉक में ही होती है। गिरदावरी में लंबी ब्लॉक के केवल छह गांवों को ही शामिल किया गया और उन्हें भी अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया, अन्य करीब 30 गांवों को गिरदावरी में शामिल ही नहीं किया गया।

वहीं, दूसरी तरफ पुलिस के लाठीचार्ज में 6 किसान जख्मी हो गए, जिन्हें पास के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल किसानों में हरपाल सिंह किल्लियांवाली, निशान सिंह कख्खांवाली, जगदीप सिंह खुड्डियां, दविंदर सिंह मानावाला, एमपी सिंह भुल्लरवाला, गुरलाभ सिंह कख्खांवाली, काला सिंह खुन्नण खुर्द आदि शामिल हैं।

तहसील के बाहर किसानों ने डेरा जमाया
पुलिस ने बंधक नायब तहसीलदार व किसानों को तो छुड़ा लिया, लेकिन किसानों का धरना अभी भी जारी है। ठज्ञन् ने अब तहसील दफ्तर के बाहर धरना लगाया हुआ है। वे अपनी बात पर अड़े हुए हैं और मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

रात हाईवे कर दिया जाम
वहीं दूसरी तरफ किसानों की ओर से बंधक बनाए गए पटवारियों ने देर रात बाहर आने के बाद नेशनल हाईवे पर धरना देकर प्रदर्शन किया। अब बंधक बनाने वाले किसानों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर जिले के सभी ैक्ड व तहसील दफ्तरों के कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है। राज्य के तहसीलदार और नायब तहसीलदार भी गांव बादल स्थित गेस्ट हाउस में इकट्ठा हुए और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है।