अभी-अभी: युद्ध के 18वें दिन यूक्रेन ने मानी रूस से हार! परेशान जेलेंस्की ने…

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कीव/मॉस्को। यूक्रेन युद्ध अब 18वें दिन में पहुंच गया है और रूस की सेना अब जंग में आरपार के मूड में आ गई है और यूक्रेन के कई शहरों में भीषण तबाही मचा रही है। यूक्रेनी बंदरगाह शहर मारियुपोल में रूसी सेना ने इतनी बमबारी की है, कि शहर मलबों के ढेर में तब्दील हो चुका है। वहीं, रूसी सेना ने राजधानी कीव को तीन तरफ से पूरी तरह से घेर लिया है और स्थिति को देखते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा है, कि ‘हमें पता है कि कीव पर रूस का कब्जा हो जाएगा’, यानि एक तरह से यूक्रेनी राष्ट्रपति ने आखिरी जंग से पहले हार मान ली है। वहीं, रूसी सेना के रास्ते में जो भी इमरात आ रहे हैं, उसे तबाह कर रही है, जबकि, जान बचाने के लिए लोग बंकरों में छिपे हुए हैं।

कैमिकल हथियार इस्तेमाल करेगा रूस- नाटो
यूक्रेन में भीषण जंग के बीच नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग का कहना है कि, यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है और इस तरह का कदम युद्ध अपराध होगा। जर्मन अखबार वेल्ट एम सोनटैग में एक साक्षात्कार में जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कैमिकल हथियारों को लेकर रूस को भारी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि, ”हाल के दिनों में, हमने रासायनिक और जैविक हथियार प्रयोगशालाओं के बारे में बेतुके (रूस के) दावे सुने हैं और क्रेमलिन झूठे बहाने का आविष्कार कर रहा था जिसे उचित नहीं ठहराया जा सकता।” उन्होंने कहा कि, ‘अब जबकि ये झूठे दावे किए गए हैं, हमें सतर्क रहना चाहिए क्योंकि यह संभव है कि रूस खुद झूठ के इस गढ़ के तहत रासायनिक हथियारों के संचालन की योजना बना सकता है। यह एक युद्ध अपराध होगा’।

यूक्रेन को तोड़ रहा है रूस- जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने चेतावनी देते हुए कहा है कि, यूक्रेन के हिस्से को काटकर रूस ‘छद्म गणराज्य’ बनाने की कोशिश कर रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने देर रात अपने संबोधवन में कहा, कि उन्हें पता है कि, रूस का मकसद कीव पर कब्जा करना है और रूस अब कीव पर कब्जा करके रहेगा। जेलेंस्की ने खेरसॉन क्षेत्र का भी जिक्र किया, जहां पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है और चेतावनी दी है, कि डोनेट्स्क और लुहान्स की तरफ खेरसॉन को भी यूक्रेन से काटकर अलग ‘छद्म गणराज्य’ बनाया जा सकता है। आपको बता दें कि, 2014 में रूस ने यूक्रेन से क्रीमिया छीन लिया था और उसके बाद ही डोनेट्स्क और लुहान्स में रूस समर्थित अलगाववादियों ने लड़ना शुरू किया था, जिसे 2022 के हमले में रूस ने अलग ‘गणराज्य’ घोषित कर दिया है।

मारियुपोल में रूस का भीषण हमला
यूक्रेनी सरकार के मुताबिक, रूस की सेना ने मारियुपोल शहर पर पूरी तरह से कब्जा करने के लिए भीषण बमबारी की है और रूस की घेराबंदी की वजह से कम से कम 1500 से ज्यादा लोग मारे गये हैं और रूसी सेना ने मृतकों के शवों को अंतिम संस्कार करने से भी रोकने की कोशिश की है। वहीं, मारियुपोल के मेयर ने कहा है कि, अभी भी शहर में 4 लाख 30 हजार लोग फंसे हुए हैं, जिनके पास ना खाने को खाना है, ना पानी है और ना ही बीमार लोगों के पास जरूरी दवाइयां। मेयर ने कहा है कि, रूसी सेना लोगों को बाहर निकलने से रोक रही है। वहीं, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि, ‘वे इस पर (मारियुपोल) 24 घंटे बमबारी कर रहे हैं, मिसाइलें दाग रहे हैं। यह नफरत है। वे बच्चों को मारते हैं।

मेलिटोपोल में रूस ने नियुक्त किया नया मेयर
अमेरिकी मीडिया सीएनएन ने, ज़ापोरोज़े क्षेत्रीय प्रशासन के हवाले से रिपोर्ट दी है कि, शुक्रवार को निर्वाचित मेयर के अपहरण के बाद, यूक्रेनी शहर मेलिटोपोल में एक नया मेयर स्थापित किया गया है, जो रूसी सैन्य नियंत्रण में है। आपको बता दें कि, मेलिटोपोल नें अपना मेयर बनाना रूस की बड़ी रणनीति का हिस्सा है। मेलिटोपोल दक्षिणी यूक्रेन का एक शहर है, जो मारियुपोल और अब रूस के कब्जे वाले खेरसॉन शहर के बीच स्थित है। रूसी सेना ने आक्रमण की शुरुआत के दिनों में ही मेलिटोपोल पर कब्जा कर लिया था, लेकिन शहर में छिटपुट विरोध प्रदर्शन हुए हैं। शुक्रवार को, मेलिटोपोल के मेयर, इवान फेडोरोव को वीडियो में हथियारबंद लोगों द्वारा शहर की एक सरकारी इमारत से दूर ले जाते हुए देखा गया था और यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा है कि, मेयर को रूसी सेना ने अगवा कर लिया है।

कीव के चारों तरफ घेराबंदी
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को अपने नवीनतम खुफिया आकलन में कहा कि अधिकांश रूसी जमीनी बल वर्तमान में यूक्रेनी राजधानी के केंद्र से लगभग 15.5 मील की दूरी पर हैं और रूसी सेना ने पूरी तरह से कीव को चारों तरफ से घेर लिया है। कीव के पड़ोसी शहर मारियुपोल में गैस स्टेशनों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा है। शनिवार को राजधानी कीव में कई धमाकों की आवाजें सुनाई दी हैं और नागरिक संरचनाओं पर रूसी हमले जारी हैं। वहीं, उत्तरी शहर चेर्निहाइव में एक ऐतिहासिक होटल और एक बिजली स्टेशन को रूसी हमले में पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया।

अब तक 79 बच्चों की मौत
यूक्रेन युद्ध में अभी तक 79 बच्चों की मौत हुई है और 100 से ज्यादा बच्चे अभी तक घायल हुए हैं। वहीं, यूक्रेन में कार्यरत मानवाधिकार समूहों का कहना है कि, युद्ध में अभी तक 1500 से ज्यादा आम नागरिक मारे गये हैं। वहीं, यूक्रेनी सीमा पार करने वाले शरणार्थियों की दर धीमी हो गई है, लेकिन पड़ोसी देश अभी भी अनुमानित तौर पर करीब 26 लाख शरणार्थियों को आश्रय देने से लेकर उनके लिए जरूरी व्यवस्थाएं करने में संघर्ष कर रहे हैं।