गाना ही गाइये, खरीदना भूल जाइये, दो कमरों वाला फ्लैट ही बिका है 2.31 करोड़ में

Just sing a song, forget about buying it, a two bedroom flat was sold for Rs 2.31 crore
Just sing a song, forget about buying it, a two bedroom flat was sold for Rs 2.31 crore
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नई दिल्‍ली. सिटी ब्‍यूटीफुल के नाम से मशहूर चंडीगढ में प्रॉपर्टी के दाम वास्‍तव में ही आसमान पर है. इसकी झलक चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (CHB) द्वारा हाल ही में की गई नीलामी में देखने को मिली. नीलामी में सेक्टर 47 में स्थित दो एमआईजी फ्लैट 2.31 करोड़ रुपये प्रति प्रति फ्लैट के हिसाब से बिके. दो बेडरूम वाले इन फ्लैट्स का रिजर्व प्राइस 1.78 करोड़ रुपये था. इसलिए अब अगर कोई आपसे चंडीगढ पर बना मशहूर हिन्‍दी गाना ‘दिला दे घर चंडीगढ में..’ गुनगुनाते हुए पंजाब-हरियाणा की संयुक्‍त राजधानी में मकान दिलाने की मांग करे तो उसे बता दें कि वो गाना ही गुनगुना ले, सिटी ब्‍यूटीफुल में घर लेना अब हर किसी के बूते की बात नहीं रही है.

चंडीगढ हाउसिंग बोर्ड की ई-ऑक्‍शन में कुल 111 प्रॉपर्टी नीलामी के लिए रखी गई थीं. लेकिन इनमें से केवल 13 प्रॉपर्टी ही बिक पाईं. इनमें से सात आवासीय इकाईयां थी और 6 वाणिज्यिक यूनिट्स. सीएचबी ने आठ माह बाद ई-नीलामी की. लेकिन, इस बार भी वह सीएचबी की नीलामी को लेकर लोगों में खास उत्‍साह नहीं दिखा और बहुत कम प्रॉपर्टीज बिकीं.

सात फ्री होल्‍ड संपत्तियों से मिले 6.58 करोड़ रुपये
चंडीगढ हाउसिंग बोर्ड ने कुल सात फ्रीहोल्ड आवासीय इकाइयों की सफलतापूर्वक नीलामी की गई, जिससे उसे लगभग 6.58 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. सेक्टर 26-ई में स्थिति एक फ्लैट 28.25 लाख रुपये की आरक्षित कीमत के मुकाबले 30.7 लाख रुपये में बिका. मनीमाजरा में एक श्रेणी IV फ्लैट 53.36 लाख रुपये की आरक्षित कीमत के मुकाबले 56.11 लाख रुपये में तो दूसरा फ्लैट 53.93 लाख रुपये की आरक्षित कीमत के मुकाबले 57 लाख रुपये में बिका. इंदिरा कॉलोनी, मनिमाजरा में श्रेणी IV इकाई 26.01 लाख रुपये की आरक्षित कीमत के मुकाबले 26.12 लाख रुपये में बेची गई. यही पर एक और फ्लैट जिसकी आरक्षित कीमत 25,65,100 रुपये थी, उसे 25,65,111 रुपये में बिका.

डेढ साल में तीन गुना बढ गए रेट
पिछले डेढ़ साल में चंडीगढ़ की प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी उछाल आया है. रिहायशी इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतें दो से तीन गुना बढ़ गई है. जिस कारण अब चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी खरीदना आम आदमी के हाथ से बाहर हो गया है. बाहरी लोगों द्वारा ट्राईसिटी में प्रॉपर्टी पर निवेश करने और शेयर वाइज प्रॉपर्टी पर पाबंदी लगने से रेट बेतहाशा बढे हैं. हेरिटेज सेक्टर-1 से 30 तक के रिहायशी इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतें दक्षिणी सेक्टरों के मुकाबले में ज्यादा बढ़ गए हैं.