लिस्ट में नाम देख खुद कैलाश विजयवर्गीय भी हो गए हैरान, समझ नहीं पाए थे पार्टी का वह संकेत

Kailash Vijayvargiya himself was surprised to see the name in the list, he could not understand the party's signal.
Kailash Vijayvargiya himself was surprised to see the name in the list, he could not understand the party's signal.
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भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार रात दूसरी लिस्ट जारी कर दी। लगातार दो दशक तक शासन के बाद एंटी इनकंबेंसी को बेअसर करने के लिए पार्टी ने दिग्गजों की फौज उतार दी है। पार्टी ने दूसरी लिस्ट में 3 केंद्रीय और 4 सांसद समेत कई बड़े चेहरों को टिकट देकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। टिकट पाने वालों में पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल हैं, जिन्हें इंदौर-1 सीट से उतारा गया है। हालांकि, खुद विजयवर्गीय लिस्ट में अपना नाम देखकर हैरान हैं। उन्होंने बताया है कि कैसे पार्टी ने संकेत दिया था, लेकिन वह समझ नहीं पाए।

भाजपा की दूसरी लिस्ट पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कैलाश विजयवर्गीय ने हैरानी जताने के बाद कहा कि वह पार्टी के सिपाही हैं और जो भी काम दिया गया है उसे करेंगे। पिश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में पार्टी की मजबूती के लिए काम कर चुके विजयवर्गीय ने एएनआई से बातचीत में कहा, ‘यह पार्टी का आदेश है। मुझे सिर्फ इतना कहा था कि कोई काम दिया जाएगा, जिसे मैं ना नहीं कहूंगा। जब टिकट की घोषणा हुई तो मुझे भी आश्चर्य हुआ। मैं पार्टी का सिपाही हूं और जो भी कहेंगे मैं करूंगा।’

कैलाश ने कहा, मैंने तो कहा था कि मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता हूं। पार्टी के हमारे वरिष्ठ नेताओं का निर्देश परसो मुझे मिल गया था। मैं असमंजस में था, लेकिन आज अचानक घोषणा कर दी तो मैं खुद ही आश्चर्यचकित रह गया। मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे पार्टी ने फिर से चुनावी राजनीति में भेजा है तो मैं इसमें भी कोशिश करूंगा कि जो पार्टी की अपेक्षा है उसे पूरा करूंगा।’

वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने टिकट मिलने पर कहा, ‘पहली बार मैं विधानसभा का चुनाव लड़ूंगा। पार्टी के इस फैसले के लिए मैं अपना आभार व्यक्त करूंगा। दूसरी मेरे लिए खुशी कि बात है कि मैं अपने जन्मभूमि-कर्मभूमि में पहली बार चुनाव लड़ूंगा। मुझे यह सूचना छिंदवाड़ा की धरती पर मिली है तो मैं अपना संकल्प दोहरता हूं कि 2020 का चुनाव मैंने देखा है बहुत निकट से 2003 का चुनाव मैंने देखा है, जिस तरह तब कांग्रेस ने छिंदवाड़ा ने खाता नहीं खोला था। मैं संकल्प को दोहराता हूं कि 2023 में भी छिंदवाड़ा जिले में कांग्रेस को इस बार भी खाता नहीं खोलने दूंगा।’