नई दिल्लीः ’ऑपरेशन शीशमहल’ ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नींद उड़ा रखी है। इसमें रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अब तक यह सामने आ चुका है कि कैसे केजरीवाल के ’महल’ को बनाने में नियम-कानूनों की धज्जियां उड़ाई गईं। इसे बनाने में पानी की तरह पैसा बहाया गया। नये खुलासे में जिस टायलेट सीट पर बैठकर केजरीवाल शौच करते है, वह पूरी तरह रिमोट से चलता है। रिमोट से धोने के लिये पानी की धार लगती है, जिसे रिमोट से ही कम या तेज किया जा सकता है। खुलासे से लोग हैरान है।
रेनोवेशन की परमिश्न लेकर कंस्ट्रक्शन कराया गया। पुराने सीएम आवास को रेनोवेट कराने के बजाय पूरी की पूरी नई बिल्डिंग ही बना डाली गई। केजरीवाल के इस नए घर में तो पुराने सीएम आवास जितना गार्डन है। टेनिस कोर्ट और दर्जनों कारों की पार्किंग की जगह है। पब्लिक के पैसे से लाखों के पर्दे और कमोड लगाए गए। करोड़ों का मार्बल लगाया गया। अब इस कड़ी में हमारे सहयोगी चैनल ’टाइम्स नाउ नवभारत’ ने केजरीवाल के शीशमहल के अंदर की तस्वीरें दिखा दी हैं। ऑपरेशन में अब तक जो कुछ भी दखिया गया है, तस्वीरें इस पर मुहर लगाती हैं।
पहली बार ’ऑपरेशन शीशमहल’ के तहत अरविंद केजरीवाल का घर अंदर से दिखाया गया है। यह किसी वाइट हाउस से कम नहीं दिखता है। रात में इसकी लाइटिंग चकाचौंध कर देने वाली है। अब तक चैनल ने डॉक्यूमेंट के जरिये केजरीवाल के नए घर के बारे में बताया था। पहली बार उसने अब केजरीवाल के घर से पर्दा उठा दिया है। ऑपरेशन के तहत सीएम के अंदर की तस्वीरें दिखाई गई हैं। चैनल ने सीएम के ’महल’ के अंदर की एक-एक कोने की तस्वीर दिखाई हैं।
5 स्टार होटल से कम नहीं सीएम का ’महल’
तस्वीरों में साफ दिखता है कि केजरीवाल का घर किसी आम आदमी जैसा तो बलि्कुल नहीं है। यह किसी 5 स्टार होटल जैसा दिखता है। अंदर से भी यह सभी सुख सुविधाओं से लैस है। ऑपरेशन शीशमहल में पहले ही बताया जा चुका था कि केजरीवाल के नए ’महल’ में 8-8 लाख रुपये के पर्दे लगे हैं। 4-4 लाख रुपये के कमोड हैं। करोड़ों का मार्बल लगा है। यह मामला सीएम हाउस के रेनोवेशन के नाम पर 45 करोड़ रुपये के खर्च से जुड़ा है। अभी तक सबकुछ डॉक्यूमेंट के जरिये दिखाया गया था। पहली बार चैनल ने नए सीएम आवास की तस्वीरें सार्वजनिक की हैं।
ऑपरेशन शीशमहल के बाद भारतीय जनता पार्टी केजरीवाल सरकार पर हमलावर है। वह सीएम केजरीवाल की ईमानदारी पर सवाल खड़े करने लगी है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस पूरे मामले में 15 दिन के भीतर रिपोर्ट जमा करने के आदेश दिए थे। हालांकि, ।।च् ने इस आदेश को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक करार दिया था। उसने कहा था कि उपराज्यपाल के पास ऐसा आदेश देने का अधिकार नहीं है।
केजरीवाल वही हैं जो कभी कहते थे कि उन्हें 4-5 से ज्यादा कमरों वाले मकान की जरूरत नहीं है। वीआईपी कल्चर को लेकर वह हमलावर रहते थे। लेकिन, ऑपरेशन शीशमहल ने दिखाया है कि जब उन्हें कुर्सी मिली तो वह भी दूसरों जैसे ही बन गए। अलबत्ता, कई मामलों में तो उन्होंने दूसरों को भी पीछे छोड़ दिया।