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अयोध्या. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है. एक तरफ मंदिर का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है, तो दूसरी तरफ दूर-दराज से श्रद्धालु रामलला के अस्थायी मंदिर में दर्शन पूजन कर रहे हैं. दर्शन पूजन करने के दरमियान श्रद्धालुओं को कई नियमों का पालन करना पड़ता है. आज उन्हीं नियमों के बारे में आपको बताएंगे, ताकि आप आसानी से रामलला के दर्शन कर पाएं. दरअसल कभी-कभी श्रद्धालुओं को यह नहीं पता रहता है कि प्रभु श्रीराम के दर्शन करने के लिए कैसे और कहां से क्या-क्या लेकर जा सकते हैं. इस वजह से परेशानी झेलनी पड़ती है. आइए जानें क्या हैं नियम?
दरअसल सुरक्षा कारणों से राम जन्मभूमि परिसर में जाने के लिए आपको तन-मन और धन ले जाने की ही अनुमति है. वहीं, सुरक्षा कारणों से राम जन्मभूमि परिसर में इलेक्ट्रॉनिक सामान, घड़ी, मोबाइल, ईयरफोन, रिमोट की चाबी इत्यादि चीजें ले जाने पर प्रतिबंध है. इतना ही नहीं, रामलला के दर्शन के लिए जाने वाले रास्ते पर कई बैरियर पर चेकिंग की जाती है. इस दौरान अगर आपके पास इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, तो आपको वापस भी आना पड़ सकता है .
ये हैं प्रवेश के नियम
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रभारी प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि रामलला के दर्शन करने का तय समय है. प्रथम बेला में सुबह 7 से 11:30 तक और शाम 2 बजे से 7 बजे तक रामलला के दर्शन श्रद्धालु कर सकते हैं. इस दौरान श्रद्धालुओं को कोई रोक-टोक नहीं होती है, लेकिन दर्शन करते समय उन्हें घड़ी मोबाइल, ईयरफोन, रिमोट की चाबी समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान इत्यादि सुरक्षा कारणों से दर्शन के दरमियान ले जाना प्रतिबंधित है. प्रकाश गुप्ता ने बताया कि अगर आपको रामलला के दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो रुपये के साथ एटीएम कार्ड ले जा सकते हैं. इतना ही नहीं श्रद्धालुओं की कई जगह बैरियर पर जांच होती है, लिहाजा इलेक्ट्रॉनिक सामान होने पर उन्हें रास्ते से ही लौटना पड़ सकता है. साथ ही उन्होंने अपील की है कि सभी श्रद्धालु नियम का पालन करते हुए अपने आराध्य के दर्शन पूजन के लिए पहुंचे.