मौत जैसी बदतर हो जाती है जिंदगी, जब इंसान के जीवन में आती हैं ये परिस्थितियां

Life becomes worse like death, when these situations come in human life
Life becomes worse like death, when these situations come in human life
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Chanakya Niti for Life: आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन को लेकर बहुत सारी बाते कही हैं. उनकी बातों को ‘चाणक्य नीति शास्त्र’ में संकलित किया गया है. उन्होंने अपनी नीतियों में व्यक्ति का जीवन सरल बनाने के लिए कई बातें बताई हैं. उनकी कही बातें पुराने जमाने में जितनी कारगर थीं, आज के जमाने में भी उतनी ही असरदार हैं. उनकी नीतियों का अनुसरण कर इंसान जीवन में कभी धोखा नहीं खा सकता है. इंसान के जीवन में कई तरह की परिस्थितियां आती हैं. कुछ इतनी विकट होती हैं, लेकिन फिर भी व्यक्ति को उसका सामना करना पड़ता है. आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन की कुछ परिस्थितियों को इतना विकट बताया है कि उसकी तुलना मृत्यु से की है.

जीवनसाथी
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी इंसान के जीवन में, फिर चाहे वह महिला हो या फिर पुरुष, जीवनसाथी की बहुत आवश्यकता होती है. इंसान की हर सुख और दुख की घड़ी में जीवनसाथी ही साथी निभाती या निभाता है. हालांकि, दोनों में से किसी एक साथ का निधन हो जाए तो उसका जीवन ही निरर्थक लगने लगता है. जवानी में तो इंसान अपने आप को किसी भी तरह संभाल लेता है, लेकिन वृद्धावस्था में जीवनसाथी का चले जाना बहुत कष्टदायक होता है.

धन-दौलत
आचार्य चाणक्य की नीतियों के अनुसार, इंसान जीवन भर केवल इसलिए ही मेहतन करता है कि उसकी लाइफ आराम से कट सके. लेकिन जब उसके जीवनभर की जमा-पूंजी किसी कारणवश हाथों से चले जाए तो यह बहुत बुरी स्थिति होती है. उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

दूसरों के अधीन जीवन
आचार्य चाणक्य का कहना है कि खुद की मेहनत कर जिंदगी गुजर-बसर करना काफी अच्छा होता है, फिर चाहे वह छोटी मात्रा में ही कमाया हुआ धन क्यों न हो. वहीं, जब इंसान दूसरों के सहारे जीवन गुजारता है तो ऐसे लोगों का जीवन नरक के समान होता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. AAJ KI NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)