मध्य प्रदेश में मासूूमों की सेेहत से खिलवाड़, शासन के आदेश के बावजूद निजी स्कूलों ने बच्चों को बुलाया

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भोपाल। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण मुख्‍यमंत्री के निर्देश के बाद शासन ने प्रदेश के स्कूलों को 31 जनवरी तक बंद करने के आदेश दिए गए हैं। पहली से बारहवीं तक में आनलाइन कक्षा संचालित होंगे। साथ ही नवोदय विद्यालय में 24 बच्चे कोविड संक्रमित पाए गए थे। जिसके कारण शासन को स्कूल बंद करने का आदेश जारी करना पड़ा। इसके बावजूद भी राजधानी के कुछ निजी स्कूल शनिवार को खुले हुए नजर आए। बच्चों को स्कूल बुलाया गया था। बच्चों ने कहा कि स्कूल में परीक्षा थी। इस कारण बुलाया गया था। वहीं स्कूल प्राचार्य का कहना था कि कल देर शाम तक आदेश मिला। इस कारण बच्चों को आज बुला लिया गया। बच्चों को अन्य दिनों का प्रश्नपत्र देकर घर भेजा जा रहा है।

एक निजी स्कूल में तो बच्चों को कक्षा में बैठाकर परीक्षा भी ली गई। बागमुगालिया स्थित किड्स गार्डन हासे स्कूल में बच्चों को बुलाया गया था। इसमें बच्चों को बुलाया गया था। विद्यार्थियों ने कहा कि उन्हें स्कूल बंद होने की कोई जानकारी नहीं मिली, बल्कि वे स्कूल पहुंचकर परीक्षा भी दी। कक्षा में बच्चे बैठे नजर आए। वहीं बाहर और स्कूल के अंदर कोविड गाइडलाइन का पालन करते बच्चों को नहीं देखा गया। बच्चों को कक्षा में सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन करते नहीं देखा गया। स्कूल की प्राचार्य पुष्पा पाठक ने कहा कि आदेश देर से मिला। देर शाम को बच्चों के अभिभावकों को जानकारी भी दी गई, लेकिन फिर भी बच्चे आ गए। जितने बच्चे स्कूल पहुंचें उनकी परीक्षा ले ली गई और अन्य विषयों के प्रश्नपत्र भी दे दिए गए। कल से बच्चों को स्कूल आने से मना कर दिया गया। इसके अलावा एक अन्य निजी स्कूल नाहटा में भी बच्चों को बुलाया गया था। बच्चों की आज परीक्षा लेने के बाद उन्हें विषयों के प्रश्नपत्र देकर घर भेजा गया। वहीं शासन के निर्देश के बाद स्कूलों को बंद कर छात्रावासों के बच्चों को घर भेजने का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा।

छात्रावासों को खाली किया जाने लगा
शासकीय नवीन कन्या उमावि की प्राचार्य वंदना शुक्ला ने बताया कि आज भी कस्तूरबा छात्रावास की शेष 45 छात्राओं को घर भेज दिया गया। अभिभावकों को बुलाया गया था। सभी को प्रश्नपत्र देकर भेजा गया। छात्राएं घर से उत्तरपुस्तिका पर लिखकर स्कूल में भेजेंगी। वहीं शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय के शेष बच्चों को भी घर भेजा जा रहा है। छात्रावासों के बच्चों को परीक्षा संबंधी पूरी जानकारी और कोविड में घर में सुरक्षित रहने के लिए कहा गया।