नई दिल्ली: संयुक्त राज्य अमेरिका में स्कूलों, प्रार्थना स्थलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर 150 से अधिक फर्जी बम की धमकियां देने के आरोप में पेरू के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। बताया गया है कि कथित तौर पर किशोर लड़कियों ने उसे नग्न तस्वीरें भेजने से इनकार कर दिया था जिसके बाद व्यक्ति ने ऐसी हरकत की।
अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार 33 वर्षीय वेबसाइट डेवलपर आरोपी एडी मैनुअल नुनेज़ सैंटोस को मंगलवार को पेरू के लीमा में अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया। नुनेज़ सैंटोस पर इस महीने की शुरुआत में ये धमकियाँ भेजने का आरोप है।
आरोपी वेबसाइट डेवलपर नुनेज़ सैंटोस ने “लुकास” नाम का एक किशोर लड़का होने का नाटक किया और किशोर लड़कियों के साथ संवाद करने के लिए एक ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग किया। सैंटोस ने कम से कम दो लड़कियों से नग्न तस्वीरें भेजने को कहा। अभियोजकों का कहना है कि उनमें से एक लड़की 15 साल की थी। लड़कियों के मना करने पर आरोपी ने उनके स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी।
एफबीआई को 15 सितंबर को न्यूयॉर्क, पेंसिल्वेनिया, कनेक्टिकट, एरिज़ोना और अलास्का में विभिन्न सार्वजनिक स्थानों को निशाना बनाते हुए इन धमकियों की रिपोर्ट मिलनी शुरू हुई। यहूदी नव वर्ष की छुट्टियों के दौरान, रोश हशाना, न्यूयॉर्क में कम से कम तीन प्रार्थना स्थलों को धमकियाँ भेजी गईं। एक धमकी में कहा गया कि इमारत में पाइप बम है जिसमें जल्द ही विस्फोट हो जाएगा और कई निर्दोष लोगों की जान जोखिम में पड़ जाएगी।
दो दिन बाद, पेंसिल्वेनिया के स्कूलों को धमकियाँ मिलीं, जिसके कारण 20 विभिन्न स्कूलों के 1,100 से अधिक छात्रों को वहां से निकालना पड़ा। हवाई अड्डों, अस्पतालों और यहां तक कि एक शॉपिंग मॉल को भी निशाना बनाया गया। इन ईमेल्स ने पुलिस को कार्रवाई करने, स्कूलों को खाली करने और बंद करने, उड़ानों में देरी करने और एक अस्पताल में तालाबंदी करने के लिए मजबूर किया।
अभियोजकों के अनुसार, जांचकर्ता बम की धमकियों से जुड़े ईमेल, फोन नंबर और आईपी पते का पता नुनेज़ सैंटोस के कार्य ईमेल से ढूंढने में कामयाब रहे। अभियोजकों के अनुसार, जांचकर्ता बम की धमकियों से जुड़े ईमेल, फोन नंबर और आईपी पते का पता नुनेज़ सैंटोस के कार्य ईमेल से ढूंढने में कामयाब रहे। नुनेज़ सैंटोस के खिलाफ धमकी भरे संदेश भेजना, गलत अलार्म बनाना, एक बच्चे का यौन शोषण करने का प्रयास करना और बच्चों से जुड़ी अश्लील सामग्री प्राप्त करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है।