बारिश-ओलों से गिरे कई मकान: हिमाचल में बर्फबारी, पंजाब, हरियाणा समेत 16 राज्यों में बारिश से फसलों को नुकसान

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दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड समेत देश के 16 राज्याें में शनिवार काे तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का नया दाैर शुरू हुआ है। 4 जिलों लाहौल स्पीति, कुल्लू, चंबा और सिरमाैर में बर्फबारी हुई है। पंजाब में शुक्रवार-शनिवार रात से सुबह तक कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश के कारण हजारों एकड़ में गेहूं, सरसों, चने व बागों के अलावा सब्जियों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। 20 से ज्यादा मकान गिरे हैं। मुक्तसर के 24 गांवों और फाजिल्का में भी कई जगह शुक्रवार रात ओले गिरे।

फाजिल्का के बकेनवाला गांव में शुक्रवार शाम काे 2 से 3 किमी के इलाके में आए भीषण बवंडर से हुए हादसाें में 12 लाेग घायल हाे गए। माैसम विभाग के अनुसार, यह दिल्ली में पिछले 3 साल में मार्च महीने में किसी एक दिन में हुई सबसे ज्यादा बारिश का नया रिकाॅर्ड है। यूपी, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्साें में बारिश के साथ ओले पड़े। तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल में भी तजे हवाओं के साथ बारिश हुई।

मार्च में 8 साल में दूसरी बड़ी बारिश

24 घंटे में औसतन 7 मिमी. बारिश हुई है, जो सामान्य से 2246% ज्यादा है। बेमौसमी बारिश से गेहूं, सरसों व अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है। मार्च में अब तक 32.5 मिमी. बारिश हुई है, जो सामान्य से 143% ज्यादा है। इस अवधि में 13.4 मिमी. बारिश सामान्य मानी जाती है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च में 8 साल में दूसरी सबसे बड़ी बारिश हुई है।

इससे पहले 2020 में 69.1 व 2015 में 71 मिमी. बारिश हुई थी। 23 साल में दो बार सामान्य से 400%, चार बार 100% से ज्यादा बारिश हुई। 6 बार नाममात्र बारिश हुई। इस बार मार्च में 15 जिलों में सामान्य से बहुत ज्यादा, चार जिलों में ज्यादा, तीन जिलों में सामान्य बारिश हुई है।

आगे: 30 को फिर पश्चिमी विक्षोभ

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 5 दिन में दिन का पारा 3 से 5 डिग्री तक बढ़ सकता है। 30 मार्च को फिर से पश्चिमी विक्षोभ असर दिखा सकता है। इससे भी कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।

हरियाणा में ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पर रजिस्ट्रेशन के बाद ही होंगे मुआवजे के लिए आवेदन

हरियाणा में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उन्हें मुआवजे के लिए पहले ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ (एमएफएमबी) पोर्टल पर फसल का रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। ऐसा न करने पर किसान ‘ई-फसल क्षतिपूर्ति’ पोर्टल पर फसल के मुआवजे के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे। बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों को लेकर 4,838 गांवों के करीब 89 हजार किसान आवेदन कर चुके हैं।

सीएम मनोहर लाल ने बारिश व ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का हवाई सर्वेक्षण किया। सीएम ने सभी डीसी को 15 अप्रैल तक विशेष गिरदावरी करने के निर्देश दिए हैं।