नोट गिनने में लगीं कई मशीनें..नोट ढ़ोते-ढ़ोते छूटे पुलिस के पसीने, जानिए कहां मिला नोटों का ढेर

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बालाघाट. पैसे दोगुना करने का लालच देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का जब बालाघाट पुलिस ने खुलासा किया तो जब्त कैश को देखकर पुलिस भी हैरान रह गई। पुलिस ने ठगी करने वाले गिरोह के 11 सदस्यों को पकड़ा है और उनके तीन साथी अभी भी फरार हैं। आरोपियों के पास से जब्त कैश को गिनने में पुलिस के पसीने छूट गए..नोट गिनने के लिए मशीनें लगानी पड़ीं और जब गिनती पूरी कर पुलिसकर्मी रुपयों से भरे बॉक्स लेकर निकले तो नोटों के वजन के कारण हांपने लगे। आरोपियों के पास से 10 करोड़ रुपए नकद व अन्य सामग्री जब्त की गई है।

एसपी ने किया मामले का खुलासा
एसपी समीर सौरभ ने बताया कि जिले के किरनापुर-लांजी क्षेत्र में कुछ ही दिनों व महीनों में पैसों को डबल कर लौटाए जाने मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास नगदी रकम, दस्तावेज, मोबाइल, वाहन भी जब्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर अलग अलग टीम गठित कर पहले मामले की पूरी पड़ताल की गई। ग्रामीणों से जानकारी जुटाई गई और फिर जब आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तो उनके पास से 10 करोड़ रुपए कैश मिले हैं। बता दें कि पैसे डबल करने के मामले अमूमन कई बार सामने आए हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में यह अब तक का सबसे बड़ा गिरोह बताया जा रहा है। गिरोह एजेंटों के माध्यम से रकम दोगुनी करने की लालच देकर जालसाजी करते थे।

100 करोड़ से ऊपर का धंधा होने का अनुमान
जानकारी मिली है कि आरोपी बिटकॉइन में भी कारोबार करते थे। जिसे लेकर आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। अनुमान है कि आरोपियों का धंधा 100 करोड़ रुपए से भी ऊपर का हो सकता है। जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी सोमेंद्र की निशानदेही पर 5 करोड़, आरोपी हेमराज के बताने पर तीन करोड़ और आरोपी अजय तिड़के से 2 करोड रुपये बरामद हुए हैं। गिरोह के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े होने की संभावना है। जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया उनके नाम सोमेंद्र कंकरायने, रमेश मंसूरे, राकेश मंसूरे, प्रदीप कंकरायने, हेमराज आमाडोर, ललित वैष्णव, राहुल बापूरे, रामचंद्र कालबेले, अजय तिड़के, शिवजीत चिले और मनोज सोने है।