उत्तराखंड के मेडिकल कालेजों में बढ़ेंगी MD और MS की सीटें, सरकार ने केन्द्र को भेजा प्रस्ताव

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हल्द्वानी : उत्तराखंड में स्पेशलिस्ट डाक्टरों की कमी को दूर करने के लिए सरकार मेडिकल कालेजों में पीजी (MD-MS) की सीटें बढ़ाने को लेकर प्रयासरत है। तीन मेडिकल कालेजों में 100 सीटें और बढ़ाने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। अगर इतनी सीटें और मिल जाती हैं तो राज्य में काफी हद तक स्पेशलिस्ट डाक्टरों की कमी दूर की जा सकती है।

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राज्य में स्पेशलिस्ट डाक्टरों के 1147 पद सृजित हैं। इसके सापेक्ष 493 ही कार्यरत हैं। 10 तरह के विशेषज्ञों में 50 प्रतिशत कमी है।

डीएनबी कोर्स के लिए भी प्रयास

राज्य में हल्द्वानी के बेस अस्पताल, महिला अस्पताल के अलावा कोरोनेशन अस्पताल देहरादून में डीएनबी (डिप्लोमेट आफ नेशनल बोर्ड) कोर्स शुरू करने की भी तैयारी चल रही है। इसकी मान्यता एमडी व एमएस के समकक्ष है।

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मेडिकल कालेज संख्या

हल्द्वानी 65

श्रीनगर 30

दून 31

पहले स्टाफ की कमी दूर करना जरूरी

राज्य के मेडिकल कालेजों में संकाय सदस्यों की कमी है। हल्द्वानी मेडिकल कालेज में ही अब तक 100 से अधिक पीजी की सीटें हो जानी चाहिए थीं, लेकिन कम होकर यह 65 रह गई हैं। इसके कारण संकाय सदस्यों की लगातार कमी है। इस समय मेडिकल कालेज में 300 डाक्टरों के पद सृजित हैं। इसमें सीनियर रेजिडेंट से लेकर असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर शामिल हैं। इसके बावजूद लगभग 170 डाक्टर ही कार्यरत हैं।

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100 सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया : धन सिंह

चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य में स्पेशलिस्ट डाक्टरों की कमी दूर करने के लिए मेडिकल कालेजों में पीजी की सीटें बढ़ाने के प्रयास चल रहे हैं। करीब 100 सीटें बढ़ाने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। ये सीटें बढऩे से राज्य में स्पेशलिस्ट डाक्टरों की कमी दूर हो सकेगी।