
मेरठ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संगठन की ओवरहालिंग कभी भी संभव हैं। भाजपा के यूपी चीफ भूपेंद्र सिंह चौधरी की नई टीम रविवार बाद घोषणा तय माना जा रहा है। इसी के साथ वेस्ट यूपी के पार्टी अध्यक्ष समेत कई पदाधिकारी बदले जा सकते है। कई नए चेहरों को मौका मिलना लगभग पक्का हैं। इसी के साथ बीजेपी फतह 2024 के लिए बूथ पर नए सिपहसालार तैनात कर रही है, उन पर कमल खिलाने का जिम्मा रहेगा। हर बूथ पर हर जाति के सदस्य को समायोजित करने और एक महिला को जरूर बतौर सदस्य रखने का प्लान भी है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव चंद्रमोहन के मुताबिक यूपी में सभी सीनियर के मशविरे से संगठन के गठन का काम लगभग पूरा हो गया है। ऐलान जल्द संभव हैं। उनका कहना है कि बीजेपी सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती हैं। संगठन के घोषणा से साफ हो जाएगा कि समर्पित और सक्रिय वर्करों को जगह दी गई हैं। बीजेपी का हर कार्यकर्ता कमल को खिलाने के लिए काम करता है।
मार्च से पहले बड़ा बदलाव
गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चले किसान आंदोलन के बाद बीजेपी ने वेस्ट यूपी के जाट चेहरे भूपेंद्र सिंह चौधरी को बीजेपी यूपी की अध्यक्ष बनाया था। लेकिन जाट बहुल खतौली उपचुनाव में बीजेपी हार गई। उसे अपनी सीट गंवानी पड़ी। इसलिए माना जा रहा है कि वेस्ट यूपी के अध्यक्ष पद से जाट चेहरे मोहित बेनीवाल की जगह किसी अन्य पिछड़े समाज खासकर गूजर, पाल, प्रजापति को जिम्मा दिया जा सकता हैं। बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक वेस्ट यूपी का अध्यक्ष ठाकुर समाज के कार्यकर्ता को भी बनाने पर मंथन हुआ है। बीजेपी के एक प्रदेश पदाधिकारी के मुताबिक प्रदेश इकाई के गठन का ऐलान हर हाल में रविवार के बाद हो जाएगा। उसके बाद वेस्ट यूपी के अध्यक्ष और तमाम मोर्चा के अध्यक्ष और संयोजकों की तैनाती होगी। यह काम मार्च के पहले सप्ताह तक पूरा करने का हाईकमान का टारगेट है।
नए सिर से बनेंगी बूथ कमिटियां
इसी के साथ 2024 में जीत की कवायद के लिए बीजेपी की रणनीति बूथ कमेटियों में सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाने की है। लखनऊ में दो दिन पहले हुई मीटिंग के बाद जिलों में पहुंची सूचना के मुताबिक बीजेपी प्रदेश में नए सिरे से बूथ कमिटियां बनाएगी। बीजेपी की बूथ कमेटी में अब 21 की जगह 11 सदस्य होंगे। बूथ कमिटि में क्षेत्र की सभी प्रमुख जातियों के कार्यकर्ता शामिल होंगे। एक महिला सदस्य का रखना भी अनिवार्य होगा। इसी के साथ बूथ प्रबंधन अभियान के लिए क्षेत्र, जिला और मंडल स्तर पर चार-चार लोगों की टोली बनेगी। अभियान के तहत 27-28 फरवरी को जिला स्तर पर, एक से 5 मार्च तक विधानसभा क्षेत्र स्तर पर और 11-15 मार्च तक मंडल स्तर पर तैयारी के लिए बैठक की जाएगी। इसी के साथ बीजेपी ने शक्ति केंद्र पर बूथ सशक्तिकरण कार्य शुरू करने से पहले 10 दिन के लिए अल्पकालिक विस्तारक भेजे जाएंगे। अल्पकालीन विस्तारक शक्ति केंद्र के बाहर के कार्यकर्ता होगा। यह कार्यकर्ता ऐसा होगा को कम से कम 10 घंटे का हर दिन संगठन के लिए वक्त दे सके। बीजेपी वेस्ट यूपी के प्रवक्ता गजेंद्र शर्मा का कहना है कि फिलहाल बूथ सशक्तिकरण पर पार्टी का पूरा ध्यान है।