
- देवर संग बिस्तर पर आपत्तिजनक हालत में थी भाभी, दोनों को साथ देखकर बोला पति-जी लो अपनी जिंदगी - December 11, 2023
- यूपी में जाडे का कहरः अगले 48 घंटे में 4 से 5 डिग्री गिरेगा पारा, जानें मौसम विभाग की भविष्यवाणी - December 11, 2023
- ट्रेन में बाथरूम गई थी लड़की, शख्स ने दरवाजा लॉक कर किया रेप, चीख-चीखकर बताई आपबीती - December 11, 2023
भोपाल। मध्य प्रदेश में तापमान एक बार फिर बढ़ने लगा है। मानसूनी गतिविधियां लगभग थम गई हैं। कहीं-कहीं बौछारों की संभावना जरूर बन रही है। अगले तीन दिन मौसम ऐसा ही रहने की संभावना है। विशेष परिस्थिति के कारण प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट कहती है कि बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के चंबल संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर, भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, शहडोल, जबलपुर एवं सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। गुना, रामनगर में 3, करंजिया, कोलारस, बैतूल में 2, रीठी, हटा, बड़ौदा मे 1 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि रीवा, शहडोल संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम, भोपाल, चंबल एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
मौसम विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी किया है, जो बता रहा है कि रीवा, पन्ना, सतना जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना बन रही है। यहां ढाई से चार इंच तक बारिश हो सकती है। साथ ही रीवा, शहडोल, नर्मदापुरम, भोपाल, चंबल संभागों के जिलों में तथा कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट, सागर, छतरपुर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया जिलों में कहीं-कहीं बिजली गिरने की भी आशंका जताई जा रही है।
मौसम वैज्ञानिक बता रहे हैं कि प्रदेश के मौसम पर प्रभाव डालने वाला कोई सिस्टम फिलहाल एक्टिव नहीं है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात जरूर बना हुआ है। जिसके कारण प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है।
जानकार बताते हैं कि मानसून ट्रफ भी उत्तर भारत के उत्तरी क्षेत्र की ओर गुजर गया है। साथ ही नमी भी कम होने लगी है। इससे कहीं-कहीं हो रही बूंदाबांदी भी थम सकती है। मध्य प्रदेश में अब तक 927.3 मिमी बारिश हो चुकी है। जो सामान्य बारिश से करीब 25 प्रतिशत ज्यादा है। बता दें कि सामान्य बारिश 734.7 मिमी मानी जाती है।