
क्राइम स्टोरीः मां और बेटी का एक ही व्यक्ति से अवैध संबंध था। एक माह पूर्व महिला और उसके प्रेमी को पति ने संदिग्ध अवस्था में देख लिया। उसके बाद से पति और पत्नी में झगड़ा होने लगा। रात जब घर के सभी सदस्य सोए हुए थे तो तीनों ने मिलकर घर के मुखिया की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी और शव को आंगन में ही दफना दिया। जहां पर शव को दफनाया, उस जगह को ईंट रखकर ढक दिया। यह वारदात भागलपुर जिले के सन्हौला थाना के बड़ी रमासी गांव में 4 वर्ष पहले हुई थी, जिससे पूरा क्षेत्र दहल गया था।
जब बड़ा बेटा घर आया तो इस दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा हुआ। पुलिस ने मां और बेटी को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया था कि कैलू दास (35 वर्ष) अपनी पत्नी सरिता देवी, बेटी जूली व छोटा बेटा देवनंदन के साथ छोटा सा होटल व किराने की दुकान चलाता था। कैलू का सबसे बड़ा बेटा दयानंद बांका जिले के रजौन में रहकर खलासी का काम करता है। होटल चलाने के दौरान सरिता देवी व बेटी जूली से कई लोगों का मिलना-जुलना होने लगा। इसी दौरान पलवा गांव का युवक दिनेश यादव होटल व उसके घर पर आने-जाने लगा। तीनों के संबंध को लेकर कैलू और उसकी पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता था।
घटना के दिन कैलू का बड़ा बेटा दयानंद कुमार जब घर पहुंचा तो पिता को वहां पर नहीं देखा। उसने मां और बहन से इस संबंध में पूछताछ की तो दोनों ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद उसने ग्रामीणों से पूछताछ की। मगर कुछ पता नहीं चला। वह थाने में पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा। जब सरिता देवी व बेटी जूली को इसकी सूचना मिली तो वह दोनों भी थाने पहुंच गई। तीनों थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज करा रहे थे, इसी बीच ग्रामीणों ने पुलिस को फोन कर बताया कि कैलू के घर के आंगन से दुर्गंध आ रही है। उसके बाद पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आंगन में खुदाई कर शव को बाहर निकलवाया।
ग्रामीणों ने घटनास्थल से कुछ दूरी पर थाने से लौट रही मां-बेटी को पकड़कर जमकर पीटा फिर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर थाने ले गई। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि वारदात में शामिल दिनेश यादव का अवैध संबंध मां और बेटी से था।