कोलकाता। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली से तृणमूल कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं द्वारा महिलाओं के साथ बलात्कार करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। महिलाओं ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस के लोग उनके घरों में घुसते हैं। बहू-बेटियों को देखते हैं। कोई महिला सुंदर और कम उम्र की दिखने पर वे उसे अपने साथ ले जाते हैं। उसके साथ कई दिनों तक बलात्कार किया जाता है। मन भरने तक वे महिलाओं को अपने कब्जे में रखते हैं फिर छोड़ते हैं।
महिलाओं ने सड़क पर उतरकर TMC के लोगों द्वारा किए जा रहे इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई है। आरोप लगा रही महिलाओं के वीडियो वायरल हो गए हैं। वीडियो में महिला कहती है, “पार्टी (तृणमूल) के लोग आते हैं। वे घर-घर जाकर देखते हैं कि किसकी पत्नी और किसकी बेटी जवान है। कौन सुंदर है। इसके बाद वे महिला को पार्टी ऑफिस ले जाते हैं। कई रातों तक उसे वहां रखा जाता है, जब तक उनका मन नहीं भर जाता।”
महिलाओं ने स्थानीय टीएमसी नेता और जिला परिषद सदस्य शेख शाहजहां को इस मामले में मुख्य आरोपी बताया है और उसे गिरफ्तार करने की मांग की है। शेख शाहजहां वही है जिसके ठिकाने पर छापेमारी करने जा रही ईडी की टीम पर हमला किया गया था। महिलाओं ने उसपर जमीन हड़पने के आरोप भी लगाए हैं। शेख शाहजहां ईडी पर हमला मामले में फरार है।
सुंदरबन में एक द्वीप है संदेशखाली
संदेशखाली पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में है। यह सुंदरबन में एक द्वीप है। यहां से बांग्लादेश सीमा नजदीक है। इस द्वीप पर सिर्फ नाव से पहुंचा जा सकता है। पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता भाजपा के सुवेन्दु अधिकारी ने एक्स पर पोस्ट किया, “शेख शाहजहां और उनके गिरोह ने संदेशखाली में ‘आतंक का राज’ स्थापित किया है। एससी और एसटी समुदायों की महिलाओं की गरिमा को तार-तार किया जा रहा है। उन्होंने जनजातियों और आदिवासियों की जमीन के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है।”
संदेशखाली की महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन
संदेशखाली की महिलाओं ने TMC नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए हैं और विरोध प्रदर्शन किया है। एक वीडियो में विरोध प्रदर्शन कर रही एक महिला ने बताया कि TMC के लोग जिस महिला को पसंद कर लेते हैं उसे रात में ऑफिस ले जाते हैं। उसके पति से कहा जाता है कि महिला पर उसका कोई अधिकार नहीं है।
एक महिला ने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया कि वे हमारे साथ दुर्व्यवहार करते हैं। यहां की महिलाएं सुरक्षित नहीं रह सकतीं। महिलाएं बाहर जाने से डरती हैं। पुलिस अपराधियों का साथ देती है। 10 फरवरी को रात तीन बजे पुलिस के साथ 20-30 उसके घर आए। खिड़की और दरवाजा तोड़ दिया। महिला ने कहा, “उन्होंने बाल पकड़कर मुझे खींचा। मेरी बेटी को छीन लिया और दूर फेंक दिया।” वायरल वीडियो में एक अन्य महिला ने कहा, “वे महिलाओं को पार्टी (टीएमसी) ऑफिस में ले जाते थे और सुबह छोड़ देते थे।”