मुजफ्फरनगर। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने ग्रामीणों के बीच पहुंचने के लिए ग्राम परिक्रमा का खाका खींचा है। लोकसभा चुनाव से पहले जनता के बीच किसान कल्याण के लिए किए गए कार्य गिनाए जाएंगे। किसानों के सुझाव लेकर संकल्प पत्र में शामिल किए जाएंगे। उधर, सहकारी चीनी मिल मोरना का दोहरीकरण क्षेत्र का सबसे बड़ा मुद्दा है।
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के बाद माहौल राममय है। भाजपा की मंशा आस्था के बीच सरकार के कार्यों को गांव-गांव पहुंचाने की है। भाजपा किसान मोर्चा को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह लगातार बैठकें कर ग्रामीणों तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाने का काम करें। यूपी सरकार ने पिछले दिनों ही शुकतीर्थ विकास परिषद के गठन का एलान भी किया था। इसके अलावा तीर्थ पर करोड़ों रुपये के कार्य भी कराए गए हैं। भाजपा नेतृत्व चाहता है कि कार्यकर्ता आमजन तक सरकार की नीतियां रखें।
किसानों को किया जाएगा सम्मानित
शुकतीर्थ में ट्रैक्टर पूजन के बाद विभिन्न योजना के लाभार्थी किसानों को सम्मानित भी किया जाएगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पात्र पांच किसान भी कार्यक्रम में बुलाए गए हैं। इसके अलावा पीएम कुसुम योजना में 16 सोलर पंप लेने वाले किसान भी सम्मानित किए जाएंगे।
किसान संवाद के बाद जाएंगे समाधि मंदिर
फिरोजपुर में किसानों से संवाद के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम योगी भागवत पीठ जाएंगे। वीतराग स्वामी कल्याणदेव के समाधि मंदिर में श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। अक्षय वट की परिक्रमा और शुकदेव मंदिर में पूजन के बाद शिक्षा ऋषि स्वामी कल्याणदेव संग्रहालय का अवलोकन करेंगे। पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद से आशीर्वाद और भेंट के उपरांत शुकदेव आश्रम में अतिथियों के भोजन की व्यवस्था की गई है। उधर, भाजपा राष्ट्रीय किसान मोर्चा अध्यक्ष एवं सांसद राज कुमार चाहर और प्रदेशाध्यक्ष कामेश्वर सिंह के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने स्वामी ओमानंद से मुलाकात की। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी और एसएसपी अभिषेक सिंह ने स्वामी जी के साथ आश्रम की व्यवस्था देखी।
शुकतीर्थ को मिलेगा विकास का तोहफा
शुकतीर्थ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब 30 करोड़ की विकास योजना का शिलान्यास कर सकते हैं। सीडीओ संदीप भागिया ने बताया कि सीएंडडीएस के परियोजना प्रबंधक तथा एमडीए के अफसरों से वार्ता की। पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंगा घाट के उच्चीकरण, मल्टीलेविल पार्किंग, परिवहन बस अड्डा आदि 30 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास कर तीर्थ को नई प्रगति दे सकते हैं।
शुकतीर्थ परिषद बना और शुरू हुआ विकास
भागवत की उद्गम स्थली शुकतीर्थ के गौरव और गरिमा से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निष्ठा जुड़ गई है। प्रदेश में वर्ष 2017 में भाजपा सरकार बनी तो शुकतीर्थ के विकास को लेकर गंभीरता बरती गई। भागवत पीठ शुकदेव आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद ने तीर्थ से जुड़ी जरूरतों पर सीएम योगी से लखनऊ में दो बार भेंट की। 14 जुलाई में स्वामी ओमानंद के बुलावे पर मुख्यमंत्री योगी शुकदेव आश्रम पधारे और वीतराग स्वामी कल्याणदेव के अधूरे कार्यों के प्रति गंभीरता दिखाई। गंगा तट पर महिला घाट एवं पार्क, मुख्य द्वार आदि दस करोड़ के कार्य एक वर्ष में पूरे हो गए। एनएच-58 से भोपा और मोरना तक लोनिवि सड़क चौड़ीकरण कार्य पूरा करने में लगी है। 22 जुलाई, 2023 को योगी ने फिर शुकतीर्थ का रुख किया और श्रद्धालुओं को गंगा की अविरल धारा दे गए। इसके बाद अयोध्या धाम में हुई मंत्री मंडल की कैबिनेट बैठक में शुकतीर्थ विकास परिषद का गजट नोटिफिकेशन आठ दिसंबर को जारी कर दिया गया।
मोरना मिल के दोहरीकरण की उठेगी मांग
किसान लंबे समय से सहकारी चीनी मिल मोरना के दोहरीकरण की मांग कर रहे हैं। बजट में 65 करोड़ के तकनीकी अपग्रेडेशन के कार्य को हरी झंडी दी गई है, लेकिन अभी तक दोहरीकरण पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। जनसभा में दोहरीकरण का मुद्दा भी किसानों के बीच उठेगा।
इस तरह बनाई व्यवस्था
डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि मेला ग्राउंड स्थल पर दो हेलीपैड बनाए गए हैं। यहीं से अतिथि आएंगे। जनसभा स्थल से रूट नंबर दो से डेढ़ किलोमीटर दूर गांव फिरोजपुर में दो बजकर 50 मिनट पर पहुंचकर 120 ग्रामीणों से संवाद किया जाएगा। तीन बजकर 20 मिनट पर शुकदेव आश्रम पहुंचेंगे। उधर, किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने बताया कि प्राकृतिक खेती करने वाले किसान परिवार, मजदूर एवं भूतपूर्व सैनिकों को सम्मान किया जाएगा। देश में सवा लाख गांवों में परिक्रमा होगी।
सरकार के आने से पहले बदल गया फिरोजपुर
मोरना। गांव फिरोजपुर में मुख्यमंत्री जनसंवाद आयोजन स्थल के सामने विद्युत मीटर टूटा मिलने पर जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने नाराजगी जताई। जिस पर विद्युत विभाग ने ग्रामीण चमन सिंह के मकान पर दस मिनट के भीतर नया विद्युत मीटर लगा दिया। चमन सिंह ने बताया कि कई बार टूटे हुए मीटर को बदलवाने के लिए विद्युत विभाग को अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई। दिनभर गांव में सफाई व्यवस्था चलती रही।