
Muzaffarnagar News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में पिछले 3 दिन से हो रही बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि किसानों के लिए अभिशाप बन गई है. तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि ने जहां गेहूं और सरसों की तैयार फसल को नष्ट कर दिया है तो वहीं बेमौसम बरसात में आम, लीची, नाशपाती के साथ-साथ मौसमी फलों को भी पूरी तरह से नष्ट कर दिया है. बेमौसम की मार ने फल और सब्जियों पर ही नहीं बल्कि आम जन जीवन को भी प्रभावित किया है.
3 दिन से हो रही बरसात के चलते मुजफ्फरनगर में कई कच्चे मकान धाराशायी हो गए हैं तो वही आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान गंभीर रूप से घायल हो गया है. मौसम की मार झेल रहे किसानों के लिए जिला प्रशासन की ओर से शासन को दैवीय आपदा का सर्वे कर एक जांच रिपोर्ट भेजी गई है जिससे पीड़ित किसानों को मुआवजा मिल सके.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पिछले 3 दिन से हो रही बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने गेहूं और सरसों की तैयार हुई फसल के साथ- साथ फलों के बाग भी उजाड़ दिए हैं. बेमौसम की मार गेहूं और सरसों पर ही नहीं पड़ी बल्कि फल और सब्जियों पर भी पड़ी है. गेहूं और सरसों के किसानों की माने तो यह बरसात उनके लिए कहर बनकर टूटी है और उनकी गेहूं और सरसों की तैयार फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है.
कई मौसमी फल भी पूरी तरह नष्ट हुए
वहीं दूसरी ओर तेज हवाओं के साथ हो रही बरसात में आम, लीची, नाशपती के अलावा कई मौसमी फलों को भी पूरी तरह से नष्ट कर दिया है. फलों का व्यापार करने वाले किसानों की माने तो इस साल आम की अधिक पैदावार होने की बहुत संभावनाएं थी लेकिन तेज बारिश और हवाओं ने आम के मॉल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है. आम के साथ-साथ कई ऐसे मौसमी फल जैसे लीची, अमरूद, आडू नाशपाती का फल जो अभी दो माह में पूरी तरह तैयार हो जाता, वह भी पूरी तरह से नष्ट हो गया है. जिससे बागबाहर किसानों को कई लाख रुपए का नुकसान हुआ है.आसमान से बरसी आफत पर जहां उत्तर प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन को पीड़ित किसानों का सर्वे कर उन्हें मुआवजा देने की घोषणा की है.
बिजली गिरने से एक किसान गंभीर रूप से घायल
कृषि रक्षा अधिकारी जितेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि पिछले 2 दिन से हो रही बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के चलते गेहूं और सरसों की फसल लगभग 20% तक खत्म हो गई है तो वही फल और सब्जियां भी लगातार हो रही बरसात के चलते नष्ट हो गई है.जिन खेतों में पानी भर गया है वहां पर किसानों को फसलों की रिकवरी का कोई असर दिखाई नहीं देता.
मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने पीड़ित किसानों के लिए एक कमेटी बनाकर सर्वे कर शासन को रिपोर्ट भेजकर पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की बात कही है. अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 3 दिन से तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि के चलते जिले के कई क्षेत्रों में किसानों को क्षति पहुंची है जिसमें गेहूं और सरसों की फसल बर्बाद होने की सूचना मिली है. एक किसान का कच्चा मकान गिरने की भी सूचना है.
मंसूरपुर क्षेत्र के एक गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसका इलाज कराया जा रहा है. जिला प्रशासन पीड़ित किसानों के साथ है और एक कमेटी बनाकर जहां-जहां भी फसल बर्बाद हुई है वहां सर्वे कराया जा रहा है. सर्वे पूरा होने पर शासन को पीड़ित किसानों के कंपनसेशन के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है.