मुजफ्फरनगर में किसान आंदोलन के बीच भाकियू को तगडा झटका, राजू अहलावत भाजपा में शामिल

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मुजफ्फरनगर। जिले में भाकियू का स्तंभ कहे जाने वाले सात साल तक संगठन के जिलाध्यक्ष रहे राजू अहलावत भाजपा में शामिल हो गए हैं। किसान आंदोलन के बीच उनके निर्णय से भाकियू को बड़ा झटका लगा है। राजू अहलावत वर्तमान में सहारनपुर मंडल के महासचिव और उत्तराखंड के प्रभारी थे।

भारतीय किसान यूनियन के जिले के मजबूत नेता पूर्व जिलाध्यक्ष राजू अहलावत भैंसी ने लखनऊ में भाजपा का दामन थाम लिया। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसी बीच समारोह में बसपा, कांग्रेस, सपा और लोकदल के नेताओं प्रदेश के कई नेताओं ने भाजपा का दामन थामा है। भारतीय किसान यूनियन के सहारनपुर मंडल महासचिव एवं उत्तराखंड राज्य प्रभारी राजू अहलावत ने कहा कि किसान हितों के लिए वह भाजपा में आए हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने राजू अहलावत को पटका पहनाकर स्वागत किया।

राजू अहलावत वेस्ट यूपी मेें एक बड़े किसान नेता के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। वह सात साल तक भाकियू के मुजफ्फरनगर इकाई के अध्यक्ष रहे और उनके नेतृत्व में किसानों के हितों को लेकर कई बड़े आंदोलन यहां हुए। किसान आंदोलन में भी राजू अहलावत भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ जुटे नजर आते रहे हैं। जनपद में 26 सितंबर को आयोजित भारत बंद में भी राजू अहलावत ने हाईवे पर चक्का जाम कर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत को सफल बनाने में भी उनकी अहम भूमिका रही। अब उनका अचानक ही अराजनैतिक से राजनीतिक हो जाने का निर्णय सभी को चौंका रहा है। राजू अहलावत का यूनियन छोड़कर जाना किसान संगठन के लिए भी झटका माना जा रहा है। इससे पहले तहसील सदर अध्यक्ष जिला पंचायत सदस्य पति विकास शर्मा ने भी भाकियू से इस्तीफा दे दिया है। वह भी 15 अक्तूबर को चरथावल में बड़ी पंचायत कर नये संगठन से जुड़ने की घोषणा कर सकते हैं।