कोरोना को हराने के लिए ‘हर घर दस्तक’ अभियान 2.0 की होगी शुरुआत, सरकार ने कहा- मिशन की तरह लगाई जाए वैक्सीन

इस खबर को शेयर करें

केंद्र सरकार (Central Government) ने पूरे देश में मिशन की तरह कोरोना टीकाकरण अभियान (corona vaccination campaign) चलाने की तात्कालिक जरूरत को रेखांकित किया है, ताकि मामलों में आई कमी को कायम रखा जा सके. सरकार ने इसके साथ ही शुक्रवार को सभी राज्यों को जून से दो महीने लंबे ‘हर घर दस्तक’ अभियान 2.0 (Har Ghar Dastak campaign 2.0) की योजना बनाने की सलाह दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आह्वान किया है कि वे सभी पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने के लिए टीककरण की गति बढ़ाएं.

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सलाह दी कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसी भी कीमत पर कोविड-19 रोधी टीकों की खुराक बेकार न हो. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कहा गया है कि यह सक्रिय निगरानी और जिन टीकों की खराब होने की तारीख नजदीक है उनका पहले इस्तेमाल के सिद्धांत को अपनाकर सुनिश्चित किया जा सकता है.

स्वास्थ्य सचिव ने हाल में कोरोना के मामलों में आई कमी को कायम रखने के लिए तत्काल मिशन की तरह कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाने की जरूरत को रेखांकित किया. बयान के मुताबिक, भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दो महीने लंबे हर घर दस्तक अभियान 2.0 की योजना जिला, ब्लॉक और गांव स्तर पर विस्तृत कार्ययोजना के साथ बनाने की सलाह दी.

सरकार ने सभी डोज लेने पर दिया जोर
बयान के मुताबिक, हर घर दस्तक 2.0 अभियान का उद्देश्य घर-घर जाकर पात्र आबादी को पहली, दूसरी और एहतियाती खुराक लगाना और संतृप्त अवस्था प्राप्त करना है. मंत्रालय ने इस दौरान वृद्धाश्रमों, स्कूलों और महाविद्यालयों (12 से 18 साल की आबादी के टीकाकरण के लिए), कारागार और ईंट भट्टों पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया है.

16,25,744 लोगों को दी जा चुकी है एहतियाती खुराक
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को बताया था कि देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 191.91 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं. मंत्रालय के मुताबिक गुरुवार शाम सात बजे तक 13 लाख से अधिक डोज दी जा चुकी है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, शाम सात बजे तक 18-59 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को कुल 47,761 एहतियाती खुराक दी गईं और अब तक इस आयु वर्ग में कुल 16,25,744 लोगों को एहतियाती खुराक दी जा चुकी है. भारत ने 10 अप्रैल को निजी टीकाकरण केंद्रों पर 18 साल से अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक देना शुरू किया था. टीके की दूसरी खुराक लेने के नौ महीने बाद 18 साल से अधिक आयु के सभी लोग एहतियाती खुराक ले सकते हैं.