ममता बनर्जी का नंदीग्राम में गड़बड़ी का आरोप, कहा- रिटर्निंग ऑफिसर ने जताया था जान को खतरा

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बंगाल का संग्राम जीतने के बाद भी नंदीग्राम सीट पर हार का सामना करने वालीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बड़ा आरोप लगाया है। ममता बनर्जी ने चुनाव परिणाम के दूसरे दिन उन्होंने नंदीग्राम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनके साथ धोखा हुआ है। ममता बनर्जी ने कहा, ‘मेरे पास किसी ने मेसेज भेजा था कि नंदीग्राम के रिटर्निंग ऑफिसर ने किसी को लिखा था कि यदि उनकी ओर से रिकाउंटिंग का आदेश दिया गया तो जान को खतरा हो सकता है। 4 घंटों तक के लिए सर्वर डाउन हो गया था। यहां तक कि गवर्नर ने भी मुझे बधाई दी थी। इसके बाद अचानक ही हर चीज बदल गई।’ 

यही नहीं ममता बनर्जी ने टीएमसी के कार्यकर्ताओं से हिंसा न करने की अपील करते हुए कहा है कि केंद्रीय बलों और बीजेपी ने उनका उत्पीड़न किया है। ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं सभी से अपील करना चाहती हूं कि शांति बनाए रखें और हिंसा में शामिल न हों। हम जानते हैं कि बीजेपी और केंद्रीय बलों ने हमारा बहुत उत्पीड़न किया है। लेकिन हमें शांति बनाए रखना है। फिलहाल हमें कोरोना वायरस से लड़ना है।’ इसके साथ ही ममता बनर्जी ने चुनाव जीतने के अगले ही दिन राज्य के सभी पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित करने का ऐलान किया है ताकि उन्हें प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन लगाई जा सके।

पीएम नरेंद्र मोदी के जीत के बाद फोन न करने पर बोला हमला

यही नहीं ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने जीत के बाद मुझे कॉल नहीं किया। ममता बनर्जी ने कहा कि यह पहला मौका है, जब किसी राज्य में परिणाम के बाद प्रधानमंत्री की ओर से फोन नहीं किया गया। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने एक बार फिर से नंदीग्राम सीट पर नतीजे के खिलाफ कोर्ट जाने का ऐलान किया है? ममता बनर्जी ने कहा, ‘एक बार औपाचारिक तौर पर ऐलान के बाद नंदीग्राम सीट पर फैसला कैसे बदल गया? हम कोर्ट जाएंगे।’ 

टीएमसी की ओर से हिंसा पर बोलीं ममता, पुरानी तस्वीरें शेयर कर रही है बीजेपी

चुनाव परिणाम के बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगे रहे हिंसा के आरोपों को भी ममता बनर्जी ने खारिज किया है। ममता बनर्जी ने कहा, ‘बीजेपी की ओर से दंगों की पुरानी तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। यह उनकी आदत है। मैं किसी भी तरह की हिंसा पसंद नहीं करती हूं। आखिर बीजेपी ऐसा क्यों कर रही है? बड़े बहुमत के साथ जीत के बाद भी हमने राज्य में जश्न तक नहीं मनाया है।